केंद्रीय जेल में नशा करता था सप्लाई, तस्कर से हेरोइन व 80 हजार कैश बरामद
नशे की तस्करी के मामले में थाना मॉडल टाउन की पुलिस ने एक आरोपित को 245 ग्राम नशीले पाउडर व 17 ग्राम हेरोइन सहित गिरफ्तार किया है।
जागरण टीम, होशियारपुर : नशे की तस्करी के मामले में थाना मॉडल टाउन की पुलिस ने एक आरोपित को 245 ग्राम नशीले पाउडर व 17 ग्राम हेरोइन सहित गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान बलकर्ण ¨सह पुत्र न¨रदर ¨सह निवासी मोरांवाली थाना गढ़शंकर के रूप में हुई है। आरोपित के केंद्रीय जेल के साथ तार जुड़े थे और वह जेल के अंदर तक डिमांड के हिसाब से नशा सप्लाई करता था। जेल का एक कर्मी इस काम में उसकी सहायता करता था, जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
शुक्रवार को थाना माडल टाउन प्रभारी इंस्पेक्टर भरत मसीह ने बताया कि गत दिवस सब इंस्पेक्टर सोहन ¨सह व एएसआई जगदीश कुमार के साथ पुरहीरां के पास नाकेबंदी की थी इस दौरान उन्होंने उक्त आरोपी को शक के आधार पर काबू कर जब उसकी तलाशी ली तो उसके पास से 17 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। लेकिन जब पुलिस ने पूछताछ शुरु की तो उसने बताया कि उसने कुछ नशा शेरगढ़ बाईपास पर बंद पड़ी एक सरकारी मोटर के कमरे में छुपाया हुआ है। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर बाद में उस सरकारी मोटर के कमरे से 245 ग्राम नशीला पाउडर बरामद भी किया है। जानकारी अनुसार आरोपित हर रोज 50 ग्राम नशा बेचता था और लगभग हर रोज 1.50 लाख कमाता था और मौके से आरोपित से 80 हजार रुपये कैश भी बरामद किया गया है। इंस्पेक्टर भरत मसीह ने बताया कि आरोपित को अदालत में पेश करके रिमांड पर लिया जाएगा। डिमांड के हिसाब से पहुंचता था नशीला पाउडर
आरोपित के केंद्रीय जेल से तार जुड़े हुए थे, जिसमें एक जेल मुलाजिम भी उसका साथ देता था। जानकारी देते हुए भरत मसीह ने बताया कि बलकर्ण का भाई रमेश केंद्रीय जेल में चोरी के मामले में बंद है, वह बलकर्ण को नशे की सप्लाई का ऑर्डर देता था। दोगुने दाम पर देता था नशा
जेल का एक मुलाजिम जो जेल में उसके भाई का साथ देता था अंदर से फोन करता था कि माल चाहिए और डिमांड के हिसाब से वह जेल में नशीला पाउडर पहुंचाता था। वह जेल के एक मुलाजिम को पाउडर देता था और वह अंदर पहुंचाता था। पिछले काफी समय से यह गोरखधंधा चल रहा था और जेल में नशा बाहर से दोगुने दामों पर बिकता था। यानी 5 हजार रुपये ग्राम। मुलाजिम कौन है इसका खुलासा अभी पुलिस ने नहीं किया है। ताकि जांच प्रभावित न हो। जालंधर से आता था नशा
पूछताछ के दौरान यह भी बात सामने आई है कि बलकर्ण जालंधर के एक व्यक्ति से नशा लेकर आता था। उस व्यक्ति से बलकर्ण की पहचान कपूरथला जेल में एक कैदी ने करवाई थी। उस कैदी के फोन के बाद ही उसे नशीला पाउडर सप्लाई होता था। 10वीं पास है आरोपित
बलकर्ण ने बताया कि वह 10वीं पास है और पलेदारी करता है। लेकिन जमीनी विवाद होने के कारण उनका का एक केस जालंधर अदालत में लंबित था। इस दौरान उसे एक बिचोलिया मिला और उसने यह आश्वासन दिया था कि केस उसके हक में करवा दिया जाएगा जिसके लिए 10 लाख रुपये लगेंगे। परिवार वालों ने बिचोलिए की बातों पर विश्वास कर उसे रिश्तेदारों से ब्याज पर पैसे लेकर दे दिए। लेकिन बिचोलिया बाद में फ्राड निकला पैसे भी चले गए और जमीन भी नहीं मिली। इस दौरान वह रिश्तेदारों को ब्याज देते रहे जो लगभग 3.50 लाख रुपए थे। पर अब रिश्तेदार पैसे वापस मांग रहे थे। पिता दुबई में है
कुछ महीने पहले उसका एक रिश्तेदार घर पर आकर गाली गलोच करने लगा और उसके दादा ने जल्दी ही पैसे लौटाने का आश्वासन दिया था। इस दौरान उस रिश्तेदार ने थप्पड़ मार दिया। मन में दुख हुआ हालांकि उसका पिता दुबई में हैं लेकिन इतनी कमाई नहीं थी कि वह पैसे उतार सके। इसके बाद उसने यह धंधा शुरू कर दिया और देखते ही देखते वह इस दलदल में धंसता चला गया। धीरे-धीरे उसके तार जेल से जुड़ गए और बस फिर नशे की सप्लाई शुरू कर दी।