डॉ. राज ही नहीं, विधायकों की भी अग्नि परीक्षा
लोकसभा चुनाव में सिर्फ कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. राजकुमार ही नहीं बल्कि हाईकमान की नजरों में अच्छा बनने के लिए विधायकों को भी अग्नि परीक्षा से गुजरना होगा क्योंकि लोकसभा क्षेत्र होशियारपुर के अधीन आते नौ विधानसभा क्षेत्रों में से सात पर कांग्रेस का कब्जा है। एक सीट पर भाजपा काबिज है और एक सीट पर आप। इस चुनाव में खास करके कांग्रेसी विधायकों के सामने अपनी लीड को बरकरार रखना बहुत बड़ी चुनौती होगी। यह काम बहुत कठिन होगा क्योंकि दो साल से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और इस दौरान जनता का विरोध भी देखने को मिला है।
हजारी लाल, होशियारपुर : लोकसभा चुनाव में सिर्फ कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. राजकुमार ही नहीं, बल्कि हाईकमान की नजरों में अच्छा बनने के लिए विधायकों को भी अग्नि परीक्षा से गुजरना होगा, क्योंकि लोकसभा क्षेत्र होशियारपुर के अधीन आते नौ विधानसभा क्षेत्रों में से सात पर कांग्रेस का कब्जा है। एक सीट पर भाजपा काबिज है और एक सीट पर आप। इस चुनाव में खास करके कांग्रेसी विधायकों के सामने अपनी लीड को बरकरार रखना बहुत बड़ी चुनौती होगी। यह काम बहुत कठिन होगा क्योंकि दो साल से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और इस दौरान जनता का विरोध भी देखने को मिला है। ऐसे में पार्टी हाईकमान की नजरों में अच्छा बनने के लिए कांग्रेसी विधायकों को भी एड़ी चोटी का जोर लगाना होगा। विधानसभा चब्बेवाल, होशियारपुर, शामचौरासी, उड़मुड़, दसूहा, मुकेरियां, श्री हरगोविदपुर पर कांग्रेस का कब्जा है। भुलत्थ की सीट उस समय आप और फगवाड़ा की सीट पर भाजपा ने कब्जा किया था। सातों सीटों पर कांग्रेस ने 11,8092 वोटों से बढ़त बनाई थी। हालांकि विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा-अकाली के बीच था, लेकिन शामचौरासी की सीट पर अकाली दल बादल को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा था। भुलत्थ में कांग्रेस की बेहद बुरी हालत थी। वहां पर महज 5923 वोट लेकर तीसरे नंबर पर संतोष करना पड़ा था। हार का अंतर भी बहुत था। कांग्रेस को यहां पर खुद को संभालना बड़ी चुनौती होगी।
चब्बेवाल लेगा इम्तिहान
लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी चुनौती विधानसभा चब्बेवाल में होगी क्योंकि कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार डॉ. राजकुमार की जीत की लीड 29,261 वोटों से थी। लोकसभा क्षेत्र होशियारपुर में आते विधानसभा में यह कांग्रेस की सबसे बड़ी जीत थी। अब, डॉ. राजकुमार के सामने ही बड़ी चुनौती है कि अपनी ही लीड को बरकरार रखने की होगी।
खुद के क्षेत्र में मान रखने की माननीयों को जिम्मेदारी
राजनीतिक सूत्रों की मानें तो कांग्रेस हाईकमान ने सभी विधायकों को हिदायत दी है कि अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में लीड बरकरार रखना उनकी जिम्मेदारी होगी, लेकिन अंदरखाते विधायक इस बात को लेकर परेशान हैं कि दो साल में प्रदेश में उनकी सरकार है। ऐसे में लोगों का विरोध भी है। इसलिए लीड बरकरार रखना रेत में से पानी निकालने जैसा लग रहा है। खैर, यह तो लोकसभा चुनाव का परिणाम ही बताएगा कि किस विधानसभा की लीड बरकरार रही या फिर किस विधानसभा से हाथ की पकड़ ढीली पड़ी, लेकिन लोकसभा चुनाव के अग्निपरीक्षा से गुजरने को लेकर कांग्रेस विधायकों को भी पसीने छूटने लगे हैं क्योंकि अकाली-भाजपा उम्मीदवार पूरी कोशिश करेंगे कि वह दमदार प्रदर्शन करके राजनीतिक छवि को सुधार कर अच्छा मैसेज दें।
किस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की क्या थी स्थिति
चब्बेवाल : डॉ. राज कुमार (कांग्रेस) 57857
सोहन सिंह ठंडल (शिअद) 28596
जीत का अंतर- 29261
होशियारपुर : सुंदर शाम अरोड़ा (कांग्रेस) 49951
तीक्ष्ण सूद (भाजपा) 38718
जीत का अंतर - 11233
शामचौरासी : पवन आदिया (कांग्रेस) 46612
डॉ. रवजोत सिंह (आप) 42797
महिदर कौर जोश (शिअद) 24671
जीत का अंतर- 3815
उड़मुड़ : संगत सिंह गिलजियां (कांग्रेस) 51477
अरबिदर रसूलपुर (शिअद) 36523
जीत का अंतर -14954
दसूहा : अरुण डोगरा मिक्की (कांग्रेस) 56527
सुखजीत कौर साही (भाजपा) 38889
जीत का अंतर -17638
मुकेरियां : रजनीश बब्बी (कांग्रेस) 56787
अरुणेश शाकर (भाजपा) 33661
जीत का अंतर- 23126
श्री हरगोविदपुर : बलविदर सिंह (कांग्रेस) 57489
मनजीत सिंह (शिअद) 39424
जीत का अंतर -18065
भुलत्थ : सुखपाल सिंह खैहरा (आप) 48873
युवराज भूपिद्र सिंह (शिअद) 40671
रणजीत सिंह राणा (कांग्रेस) 5923
जीत का अंतर- 8202
फगवाड़ा : सोम प्रकाश (भाजपा) 45479
जोगिद्र सिंह मान (कांग्रेस) 43470
जीत का अंतर- 2009