भाजपा में टिकट को लेकर घमासान, अकाली दल अंदरखाते परेशान
होशियारपुर लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नामांकन पत्र दाखिल करने की भी उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है।
हजारी लाल, होशियारपुर
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नामांकन पत्र दाखिल करने की भी उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. राज कुमार, आप के उम्मीदवार डॉ. रवजोत सिंह और बसपा के उम्मीदवार चुनाव माहौल को गर्म कर दिया है, लेकिन भाजपा हाईकमान की ओर से अभी तक उम्मीदवार का एलान न किए जाने से राजनीतिक माहौल ठंडा पड़ा हुआ है। चूंकि इस सीट से टिकट का पेंच हलका फगवाड़ा के विधायक सोम प्रकाश और केंद्री राज्य मंत्री विजय सांपला के बीच फंसा हुआ है। इसी कशमकश में हाईकमान कोई भी फैसला लेने में जल्दबाजी नहीं कर रही है। सूत्रों की मानें तो अभी भी हाईकमान टिकट देने की घोषणा करने में दो दिन का वक्त और लगा सकती है।
बता दें कि वीरवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक ने हीरा कॉलोनी में भाजपा के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करके कार्यकर्ताओं में उत्साह फूंकने की कोशिश की थी। इस मौके पर पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद के समर्थकों ने ही ज्यादा दमखम दिखाया था। इस दौरान सोम प्रकाश और विजय सांपला भी पहुंचे थे।
लेकिन नाम न छापने की शर्त पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने बताया कि दरअसल उम्मीदवार का एलान न किए जाने तक कार्यकर्ताओं में जज्बा नहीं बन पा रहा है। क्योंकि अगर कहीं पर मीटिग करनी है या फिर घर-घर जाकर प्रचार भी करना है तो क्या बताया जाए कि उम्मीदवार कौन है?
मौके की नजाकत भांप रहे कार्यकर्ता
इसके अलावा होशियारपुर में भाजपा के अंदर गुटबाजी भी है। इसलिए कार्यकर्ता तेल देखो और तेल की धार की कहावत चरितार्थ करते हुए मौके की नजाकत को भांप रहे हैं। अगर सोम प्रकाश को टिकट मिलती है तो निश्चित तौर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद सक्रिय होगा और यदि विजय सांपला को टिकट मिलती है तो दूसरा गुट सक्रियता दिखाएगा। यही कारण है कि दोनों गुटों के समर्थक अभी तक टिकट की घोषणा की इंतजार में बैठे हैं और वे उसके बाद ही अपने पत्ते शो करेंगे। दोनों के समर्थक पेश कर रहे दावेदारी
हालांकि भले ही हाईकमान ने अभी टिकट के नाम पर मोहर नहीं लगाई है, सोशल मीडिया पर विजय सांपला के समर्थक अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं और सोम प्रकाश के समर्थक अपनी..। यह कहना गलत नहीं होगा कि हाईकमान की ओर से टिकट की घोषणा करने के बाद भाजपाईयों में झटका लगना तय है। अब देखना यह है कि झटका किसे लगता है। भाजपा में टिकट मंथन से अकाली दल भी परेशान
और तो और भाजपा में टिकट मंथन से सहयोगी अकाली दल भी परेशान है। अकाली इस बात को लेकर परेशान हैं कि वह किस उम्मीदवार का नाम लेकर बैठक करें। इसलिए अभी तक होशियारपुर लोकसभा क्षेत्र में अकाली दल के नेता भी सक्रियता नहीं दिखा रहे हैं। न तो वह बैठक कर रहे हैं और न ही कोई अन्य चुनावी रणनीति तैयार कर रहे हैं। यूं कहें कि अकाली दल भी भाजपा हाईकमान की ओर से टिकट देने का इंतजार है। उसके बाद ही अकाली दल चुनावी समर में अपनी सक्रियता दिखाएगा।