टूटी सड़कों से हाल-बेहाल, निगम को नहीं ख्याल
शहर की बदहाल सड़कें नागरिकों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई हैं। निगम प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों की चुप्पी के चलते जानलेवा गड्ढों को भी नहीं भरा जा सका है।
रजनीश गुलियानी, होशियारपुर
शहर की बदहाल सड़कें नागरिकों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई हैं। निगम प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों की चुप्पी के चलते जानलेवा गड्ढों को भी नहीं भरा जा सका है। नतीजतन हर क्षेत्र में नागरिक आक्रोशित नजर आ रहे हैं। सामान्य मार्गों की हालत खराब है, वहीं वीआईपी मार्ग भी इससे अछूते नहीं हैं। जिले के आला अधिकारी जिस सड़क से सुबह-शाम आते-जाते हैं, वहां भी गड्ढे व्यवस्था का मुंह चिढ़ाते नजर आते हैं।
आवाज उठने पर निगम शीघ्र मरम्मत कराने का आश्वासन देता है, परंतु बारिश रुकने के बावजूद शहर में कहीं पैचवर्क नजर नहीं आता। शहर के प्रभात चौक से होकर रोज सुबह शाम उच्च अधिकारी अपने कार्यालयों में पहुंचते हैं, परंतु इसी मार्ग की सड़कें बदहाल हैं, तो शहर के अन्य स्थानों के हाल का अंदाजा लगाया जा सकता है। प्रभात चौक से चौहाल को जाती सड़क, खानपुरी गेट से बस स्टैंड की तरफ जाती ये सड़कें ऊबड़-खाबड़ व गड्ढेदार हो चुकी हैं। इस मार्ग से प्रतिदिन हजारों दर्शनार्थी ¨चतपूर्णी मंदिर जाते हैं।
सड़क पर पैदल चलना ही दूभर है, तो वाहन चलाना खतरनाक रहता है। ऑफिसर्स कॉलोनी में सभी आला अधिकारियों एवं न्यायाधीशों के निवास हैं। ये अधिकारी निवास पहुँचने हेतु सतेहरी रोड वाले मार्ग का सुबह-शाम उपयोग करते हैं, परंतु इस मार्ग के मुहाने पर ही जानलेवा गड्ढे हैं। सड़क के आजू-बाजू मिट्टी फैली हुई है। दो साल से परेशानी
प्रभात चौक सड़क पर कदम-कदम पर उभरे गड्ढे पिछले दो सालों से कायम हैं। जिला अस्पताल, सरकारी कॉलेज में आने-जाने के लिए प्रतिदिन हजारों नागरिक इस मार्ग का उपयोग करते हैं, परंतु निगम अधिकारी शायद इससे अनजान हैं। यही कारण है कि दो साल से सड़क का एक टुकड़ा ही ठीक नहीं हो पाया। सरकारी कॉलेज रोड की हालत खराब
सरकारी कॉलेज में पढ़ने वाले गौरव बताते हैं कि कॉलेज आते-जाते दो साल से इस मार्ग की यही स्थिति देख रहे हैं। नेता शहरीकरण की बात कर रहे हैं, परंतु छोटे-मोटे गड्ढे ही नहीं भर पा रहे हैं। 28 तक टेंडर कर दिए जाएंगे : मेयर
मेयर शिव सूद ने कहा कि सड़कें बनाने का कार्य पीडब्ल्यूडी बीएंडआर की तरफ से करवाने का नोटिस में आया था, निगम अपनी तरफ से 15 करोड़ 63 लाख रुपये के कार्य करवाने जा रही है, जिनमें गली-मोहल्लों की सड़कें और वार्ड वाइज अन्य समस्याएं हल की जाएंगी। 28 फरवरी तक टेंडर कर दिए जाएंगे।