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बारिश ने बढ़ाई किसानों की ¨चता, मौसम में बढ़ी ठंडक

बुधवार से रुक रुक हो रही बारिश ने एक बार फिर सर्दी बढ़ा दी है। शहर में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री व अधिकतम तापमान 19 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 11:57 PM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 11:57 PM (IST)
बारिश ने बढ़ाई किसानों की ¨चता, मौसम में बढ़ी ठंडक
बारिश ने बढ़ाई किसानों की ¨चता, मौसम में बढ़ी ठंडक

व¨रदर बेदी, होशियारपुर

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बुधवार से रुक रुक हो रही बारिश ने एक बार फिर सर्दी बढ़ा दी है। शहर में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री व अधिकतम तापमान 19 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। बारिश से शहर की सड़कों व कंडी इलाके के खेतों में पानी भर गया है जिससे किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। बारिश के कारण खेतों में जमा पानी की वजह से एक ओर खेतों में बीजी गई फसलों पर मार पड़ रही है। वहीं नई फसल बोने में भी परेशानी हो रही है। बारिश की वजह से शहर के कई इलाकों में पानी की सही निकासी न होने से जलभराव हुआ है। जिससे लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। शहर के इलाके में बारिश का पानी सड़कों पर गलियों में जमा हो गया। हालांकि यह बरसाती मौसम नहीं है, मगर दो दिन की बारिश से ही कई इलाकों में जलभराव हो गया। बारिश की सबसे ज्यादा ¨चता किसानों को हो रही है। किसानों का कहना है कि एक तरफ तो वैसे ही खेती का कारोबार मंदा चल रहा है। उपर से भगवान भी उनका साथ नहीं दे रहा। जिन दिनों में फसल को पानी की सबसे ज्यादा जरूरत होती तब बारिश न होने से उन्हें खुद फसलों को पानी लगाना पड़ता है। मगर अब जब फसलें तैयार होने को हैं तो इस बेमौसमी बरसात से उनकी मेहनत पर पानी फेरने में लगी है।

बारिश के चलते मंगलवार को भी बाजार सूने रहे व दुकानदार खाली बैठे रहे। बाजारों में चहलपहल कम होने से दुकानों पर कम ही ग्राहक नजर आए।

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फसलों पर पड़ रही मार

किसान कुल¨वदर ¨सह संधू निवासी गांव मुखोमजारा ने कहा कि यह बारिश फसलों के लिए बहुत नुकसानदायक है। ज्यादातर फसलें पानी की मार से खराब हो रही हैं। खेतों में जमा बारिश के पानी से लगाई गई गेहूं की फसल की जड़े भी खराब हो रही है। ऐसे में गेंहू का उत्पादन में भी भारी कमी आएगी। मक्की की फसल के लिए भी यह बारिश काफी हानिकारक है। फोटो: 36 में है

फसल की कटाई में दिक्कत

किसान कुलवंत ¨सह निवासी गांव खुनखुन खुर्द ने कहा कि बारिश की वजह से पहले लगाई गई फसल तो खराब हो रही है, वहीं बेमौसमी बारिश की वजह से नई फसल भी नहीं लग पा रही। खेतों में पानी के जमाव के कारण कई जगह पर कमांद की फसल को काटने में मुश्किल आ रही है। जिन लोगों ने आलू की पछेती फसल लगाई है उनकी फसल के लिए भी यह बारिश हानिकारक साबित हो रही है।

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आलू की फसल हो रही खराब

किसान अमरजीत ¨सह निवासी गांव नीला नलोया ने कहा कि बारिश की वजह से फसलें बर्बाद होने पर आ गई हैं। अब बारिश नहीं फसलों के लिए धूप ही चाहिए ताकि खेतों में खड़ा पानी भी सूख सके। अभी तो गत दिनों हुई बारिश के कारण ही खेतों की मिट्टी गीली थी ऊपर से कल से हो रही बारिश ने भी आफत का काम किया है। यह बारिश फसलों के लिए हानिकारक है खासकर आलू की फसल के लिए। बारिश की वजह से आलू की खेती प्रभावित हो रही है।


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