जलस्तर को ऊंचा उठाने के लिए जिले 33 सरकारी स्कूलों में लगाए जा रहे वर्षा जल संरक्षण प्रोजेक्ट
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के जल संरक्षण के संकल्प को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा की शुरुआत को अब प्रदेश के सभी सरकारी स्कूल अपनाएंगे।
जेएनएन, होशियारपुर : मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के जल संरक्षण के संकल्प को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा की शुरुआत को अब प्रदेश के सभी सरकारी स्कूल अपनाएंगे। कैबिनेट मंत्री अरोड़ा की पहल पर होशियारपुर के 33 सरकारी स्कूलों में वाटर रिचार्जिंग प्रोजेक्ट की शुरुआत कर होशियारपुर प्रदेश का पहला ऐसा विधान सभा क्षेत्र बन गया है। जहां सरकारी स्कूलों में वर्षा जल सरंक्षण प्रोजेक्ट लगाए जा रहे हैं और इस कार्य को देखते हुए इस बजट सत्र में भी वित्त मंत्री ने पंजाब के सभी स्कूलों में वर्षा जल संरक्षण प्रोजेक्ट लगाने के लिए अलग से बजट रखा है। वर्षा के पानी को साफ कर जमीन में छोड़ने के इस प्रोजेक्ट से सरकारी स्कूलों के नन्हें-मुन्नों को जल सरंक्षण को जो पाठ इस उम्र में पढ़ाने की यह कोशिश निसंदेह ही एक प्रशंसनीय कार्य है।
सरकारी एलीमेंट्री स्कूल किला बरुन से इस प्रोजेक्ट की शुरुआत स्कूल के अध्यापक व स्टेट अवॉर्डी दीपक कुमार वशिष्ट के सुझावों व प्रयासों से शुरू की गई थी। जिसके बाद इसे होशियारपुर के अन्य स्कूलों में भी शुरु किया गया है। सरकारी स्कूल पिपलांवाला में इस प्रोजेक्ट की शुरुआत के दौरान उन्होंने विशेष तौर पर पंजाब के प्रमुख आरटीआइ एक्टिविस्ट व आरटीआइ अवेयरनेस फोरम पंजाब के चेयरमैन राजीव वशिष्ट व अध्यापक दीपक वशिष्ट का आभार जताया, जिन्होंने कि समय-समय पर शिक्षा व सामाजिक क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों के लिए हमेशा अपने सुझाव दिए हैं। इस दौरान स्कूल की प्रिसिपल हरजिदर कौर भी मौजूद थी। दीपक वशिष्ट जैसे अध्यापक अध्यापन के साथ-साथ समाज निर्माण के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। एक और जहां शिक्षा के क्षेत्र में उनके कार्यों को पंजाब सरकार की ओर से सराहा जा रहा है, वहीं सामाजिक जिम्मेदारी निभाने में भी वे उनके अतुलनीय योगदान को समाज हमेशा याद रखेगा। वर्षा जल सरंक्षण को लेकर लोगों में और जागरुकता आए, इस लिए इसकी शुरुआत सरकारी स्कूलों से की गई है और इन स्कूलों के बच्चों को भी इस पूरे प्रोजेक्ट के बारे में बताया गया है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य यही है कि जल सरंक्षण अभियान एक जन अभियान बने। इस प्रोजेक्ट के लिए होशियारपुर के तीन स्कूलों को प्रति स्कूल के हिसाब से दो लाख रुपये की ग्रांट दे दी गई है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वर्तमान में जल सरंक्षण समय की मांग है और वे इसके लिए ज्यादा से ज्यादा प्रयास करें। हाल ही में होशियारपुर में जरूरतमंद महिलाओं के लिए ई-रिक्शा प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई थी, जिसकी सराहना करते हुए मुख्य मंत्री पंजाब ने इस प्रोजेक्ट को भी पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए कहा है। होशियारपुर के सभी सरकारी एलीमेंट्री स्कूलों में पहले ही स्मार्ट क्लास रूम व आरओ सिस्टम की सुविधा मुहैया करवाई जा चुकी है ताकि बच्चों को आधुनिक तरीके से पढ़ने का अवसर मिले।