Move to Jagran APP

हाईटेक क्लास रूम व अच्छे फर्निचर बने स्कूल की पहचान

विद्यार्थियों के लिए हाईटेक एजुकेशन यह सभी सरकारी मिडिल स्कूल में मिल रही बेहतर शिक्षा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Sep 2021 05:11 AM (IST)Updated: Tue, 28 Sep 2021 05:11 AM (IST)
हाईटेक क्लास रूम व अच्छे फर्निचर बने स्कूल की पहचान
हाईटेक क्लास रूम व अच्छे फर्निचर बने स्कूल की पहचान

संवाद सहयोगी, होशियारपुर : विद्यार्थियों के लिए हाईटेक एजुकेशन यह सभी सरकारी मिडिल स्कूल मिर्जापुर की खासियत है। यहां पर प्रोजेक्टर आधारित स्मार्ट कलासरूम, आडियो-विजुअल शिक्षा व्यवस्था, अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस भवन, अच्छे क्लासरूम, फर्नीचर, प्रोजेक्टर्स, पीने के लिए आरओ का पानी, विद्यार्थियों के मिड-डे मील खाने के लिए डायनिग हाल विद डाइनिग टेबल, हैंड वाशिग स्टेशन, साफ शौचालय आदि की व्यवस्था की गई है। जो कक्षा कभी विद्यार्थियों को बोझिल हुआ करती थी, वहां पढ़ाई आकर्षक करने लगी है। अध्यापकों को पढ़ाता देख जिन्हें नींद आती थी, अब वही बच्चे झूमते, गाते और नाचते हुए पढ़ाई कर रहे हैं। ये नजारा स्मार्ट क्लास का है।

loksabha election banner

सदाचार व आचरण भी सिखाया जा रहा

सरकारी मिडिल स्कूल के अध्यापक रजनीश कुमार गुलियानी, गुरमेल सिंह ने बताया कि स्कूल में स्मार्ट क्लास पाठ्यक्रम में पंजाबी व अंग्रेजी, गणित, विज्ञान विषयों के पाठ्यक्रम को शामिल किया हुआ है। शिक्षक कक्षा में जो भी पढ़ाते हैं। उसका प्रैक्टिकल भी बच्चों को उसी समय दिखाने व समझाने में सक्षम है। विषयों में अब इक्वेशन के एप्लीकेशन को विजुअल सपोर्ट के साथ क्लास में ही दिखाया जाता है, जिससे हर क्रिया पर होने वाली प्रतिक्रिया भी उसी समय दिख जाती है। अध्यापकों को किया गया है प्रशिक्षित

उप जिला शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार और ब्लाक मेंटर नीरज कंवर ने बताया कि स्कूल में स्मार्ट क्लास शुरू करने से पूर्व सभी अध्यापकों को प्रशिक्षित किया गया है और समय-समय पर अध्यापकों को नई नई टेक्नोलाजी के साथ अप-टू-डेट भी किया जा रहा है। इससे उन्हें स्मार्ट क्लास में बच्चों को ढालने में सहजता हो रही है। सरकारी मिडिल स्कूल मिर्जापुर में तीन कक्षाओं में स्मार्ट क्लास चलने से सभी शिक्षक सभी कक्षा को इससे जोड़ रहे हैं। दलबीर सिंह, परमजीत कौर, मीना रानी ने बताया के स्मार्ट क्लास से बच्चों को काफी फायदा मिल रहा है। बच्चे भी बड़ी लगन से कक्षा लगते हैं। निजी स्कूल को दे रहे मात : डीईओ

जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी शिक्षा डा. गुरशरण सिंह ने बताया कि ये स्मार्ट क्लास किसी निजी स्कूलों में नहीं है, बल्कि राजकीय स्कूलों में देखने को मिल रहा है। राजकीय स्कूलों में विद्यार्थियों की पढ़ाई बिल्कुल स्मार्ट तरीके से स्मार्ट टीवी पर हो रही है। स्कूलों में डिजिटल बोर्ड लगा दिए गये हैं। जिसके माध्यम से विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। अब सरकारी स्कूल के बच्चे भी महंगे निजी स्कूलों के बच्चों को टक्कर देंगें। सरकारी स्कूल व निजी स्कूल कोविड-19 को लेकर बंद थे। अब स्कूल खुलते ही स्कूलों में स्मार्ट क्लास से पढ़ाई करवाई जा रही है। स्मार्ट क्लास में आधुनिक पाठ्य सामग्री को बच्चों के लिए बेहद रोचक बनाया गया है। जो कविताएं व पहाड़ा उन्हें रटाया जाता था, उसे अब बच्चे गाकर पढ़ रहे हैं। साउंड सिस्टम और प्रोजेक्टर व टीवी स्क्रीन पर बच्चों को जो पढ़ाया जाता है, वहीं लिखा हुआ देखते हैं और सटीक उच्चारण भी सुनाई देता है। इससे जहां बच्चों को मस्ती-मस्ती में पढ़ाना रोचक हुआ, वहीं बच्चे भी तेजी से सीख रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.