ग्लोबल वार्मिग के कारण पिघल रहे ग्लेशियर : अशोक
विश्व पर्यावरण दिवस पर एनएसएस के प्रोग्राम अधिकारी अशोक कालिया ने प्रिसिपल वैशाली चढ्डा के मार्गदर्शन में सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल चौहाल के विद्यार्थियों के साथ वेबिनार का आयोजन किया।
संवाद सहयोगी, होशियारपुर : विश्व पर्यावरण दिवस पर एनएसएस के प्रोग्राम अधिकारी अशोक कालिया ने प्रिसिपल वैशाली चढ्डा के मार्गदर्शन में सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल चौहाल के विद्यार्थियों के साथ वेबिनार का आयोजन किया। इसमे संदीप कुमार सूद, पूनम विरदी, लवजिदर सिंह, अंकुर शर्मा व अवतार सिंह मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल हुए। अशोक कालिया ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के चलते ग्लेशियर लगातार पिघल रहे हैं। इसी कारण दो तूफानों का सामना करना पड़ा। वातावरण पेड़ों की कटाई से पूरी तरह से बदल गया है। अगर पेड़ न रहे तो सांस लेना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने बच्चों से अपील की कि चाहे एक पौधा लगाएं, लेकिन उसकी देखभाल परिवार के सदस्यों की तरह करें ताकि वह छांव के साथ आक्सीजन भी प्रदान कर सके। अंकुर शर्मा व अवतार सिंह ने बच्चों को कहा कि जन्मदिन अथवा पारिवारिक खुशियों के मौके पर एक दूसरे को मिठाई देने के स्थान पर पौधे भेंट करें। इससे एक तो पर्यावरण सुरक्षित रहेगा, दूसरा हम जल्द ही इलाके को हरा भरा कर सकेंगे। वेबिनार में सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल पथियाल के साइंस ग्रुप के बच्चों ने भी भाग लिया।
पर्यावरण दिवस पर आंवले का पौधा लगाया
संवाद सहयोगी, दातारपुर : विश्व पर्यावरण दिवस पर मंडल भाजपा अध्यक्ष अनिल वशिष्ठ ने मां कामाक्षी गोधाम कमाही देवी के परिसर में आंवले का पौधा रोपा। उन्होंने कहा, पौधारोपण श्रेष्ठ कार्य है और धरती को हरा भरा व जीवन को उपयोगी बनाने के लिए पौधारोपण किया जाना चाहिए। आंवला पवित्र पौधा है, जो कई औषधियां बनाने के काम आता है। यह रसायन है और बलवर्धक गुणों का खजाना है। उनकी पत्नी कमलेश कुमारी ने कहा कि आंवला श्रेष्ठ वृक्ष है और चंदन के समान महत्वपूर्ण है। जितनी भी धूप हो आंवले के वृक्ष के नीचे पंद्रह डिग्री सेल्सियस तापमान कम होता है।