श्री कृष्ण जन्माष्टमी को समर्पित गायत्री यज्ञ करवाया
आरोग्य भारती पंजाब एवं युवामंडल द्वारा सप्ताहिक गायत्री यज्ञ कृष्ण जन्माष्टमी को समर्पित ग्राम ससोली चब्बेवाल में किया।
जेएनएन, होशियारपुर : आरोग्य भारती पंजाब एवं युवामंडल द्वारा सप्ताहिक गायत्री यज्ञ कृष्ण जन्माष्टमी को समर्पित ग्राम ससोली चब्बेवाल में किया। जिसके मुख्यजमान कांता एवं वैद जोधमल थे। कार्यक्रम के संयोजक गुंजा साहू एवं योगाचार्य डॉ. तुलसी राम साहू ने हवन पूजन कराया। प्रज्ञामंडल के प्रधान डॉ. केके पराशर ने बताया पुराने जमाने की बात है। गुरुकुल के एक आचार्य अपने शिष्य की सेवा भावना से बहुत प्रभावित हुए। विधा पूरी होने के बाद शिष्य को विदा करते समय उन्होंने आशीर्वाद के रूप में उसे एक ऐसा दिव्य दर्पण भेंट किया। जिसमें व्यक्ति के मन के भाव को दर्शाने की क्षमता थी।
शिष्य उस दिव्य दर्पण को पाकर बहुत खुश हुआ। उसने परीक्षा लेने की जल्दबाजी में दर्पण का मुंह सबसे पहले गुरुजी के सामने ही कर दिया। वह यह देखकर आश्चर्यचकित हो गया कि गुरुजी के हृदय में मोह, अहंकार, क्रोध आदि दुर्गुण परिलक्षित हो रहे थे। इससे उसे बड़ा दुख हुआ। वह तो अपने गुरुजी को समस्त दुर्गुणों से रहित सतपुरुष समझता था। दर्पण लेकर वह गुरुकुल से रवाना हो गया। उसने अपने कई मित्रों तथा अन्य परिचितों के सामने दर्पण रखकर परीक्षा ली। सब के हृदय में कोई न कोई दुर्गुण अवश्य दिखाई दिया। और तो और अपने माता व पिता की भी वह दर्पण से परीक्षा लेने से नहीं चूका। उनके हृदय में भी कोई न कोई दुर्गुण देखा, तो वह हतप्रभ हो उठा। एक दिन वह दर्पण लेकर फिर गुरुकुल पहुंचा। उसने गुरुजी से विनम्रतापूर्वक कहा-गुरुदेव, मैंने आपके दिए दर्पण की मदद से देखा कि सबके दिलों में तरह तरह के दोष और दुर्गुण हैं। तब गुरु जी ने दर्पण का रुख शिष्य की ओर कर दिया। शिष्य दंग रह गया। क्योंकि उसके मन के प्रत्येक कोने में राग, द्वेष, अहंकार, क्रोध जैसे दुर्गुण थे।