मजबूर पिता बेटे को रेहड़ी में डाल कर लाया एक्स-रे के लिए
लॉकडाउन में गरीब आदमी कामकाज से लाचार अपनी जिदगी बचाने के लिए हाथ पैर मार रहा है।
जेएनएन, दोराहा :
जहां एक तरफ कोरोना ने देश के अर्थव्यवस्था की गति धीमी कर दी है। वहीं, लॉकडाउन में रोजी-रोजगार बंद होने से लाचार गरीब आदमी अपनी जिदगी बचाने के लिए हाथ पैर मार रहा है। ऐसे हालातों में गरीब को सहारा देने के लिए उसके अपने भी सहयोग नहीं दे रहे। ऐसा ही एक मामला रविवार को दोराह जीटी रोड पर देखने को मिला जहां एक प्रवासी व्यक्ति अपने बेटे के इलाज के लिए हर तरफ से निराश होकर उसे रेहड़ी में डालकर दोराहा लेकर आया। मजबूर पिता ने राजू ने बताया कि वह और उसका परिवार दोराहा से करीब चार किलोमीटर दूर ईट भट्ठे पर काम करता है। लेकिन तीन दिन पहले उसका बेटा मोनू काम करते करते ईटों पर गिर गया, जिससे उसकी टांग टूट गई। उसने मदद के लिए अपने भट्ठे के जमादार पप्पू और अपने साथियों को गुहार लगाई परंतु किसी ने भी मदद नहीं की और आज 3 दिन से इलाज के लिए तड़प रहे बेटे का दर्द जब उससे देखा नहीं गया तो वह अकेला ही अपने बेटे को रेहड़ी पर डालकर दोराहा इलाज के लिए निकल पड़ा। भट्टे के जमादार पप्पू ने भी मदद के नाम पर सिर्फ 500 रुपए हाथ में थमा दिए जब पीड़ित बाप राजू से पूछा गया कि तुम अपने बेटे को एंबुलेंस में क्यों नहीं लाए तो उसने बताया कि उसे एंबुलेंस के बारे में पता नहीं है और ना ही भट्ठे पर काम करने वाले किसी साथी उसकी मदद की।
एनजीओ ने की मदद
अनमोल कावतरा की दोराहा इकाई की एनजीओ 'वी डू नॉट एक्सेप्ट मनी एंड थिक्स' के सदस्यों ने मौके पर पहुंच कर राजू के बेटे का एक्स-रे करवाया। और उसकी टांग पर प्लास्टर करवाया। इस मौके एनजीओ के ईस्ट प्रीत सिंह, साबू सेठी, जनदीप कौशल, पवन आहूजा, गिन्नी कपूर, मनीष नरूला, साहिल गलहोत्रा आदि मौजूद रहे।