200 खाद्य पदार्थो में से मिले 47 मिले मिलावटी
डीसी ईशा कालिया ने बताया कि मिशन तंदुरुस्त पंजाब के अंतर्गत जिले में मिलावटखोरी को लेकर बड़े स्तर पर अभियान चलाया गया है और किसी भी कीमत पर खाद्य पदार्थों में मिलावट बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से बड़े स्तर पर चे¨कग अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें काफी
जेएनएन, होशियारपुर
मिशन तंदुरुस्त पंजाब के अंतर्गत जिले में मिलावटखोरी को लेकर बड़े स्तर पर अभियान चलाया गया है और किसी भी कीमत पर खाद्य पदार्थो में मिलावट बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से बड़े स्तर पर चे¨कग अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें काफी हद तक सफलता भी हासिल हुई है। मिशन तंदुरुस्त पंजाब के अंतर्गत जिले में खाद्य पदार्थो की चे¨कग के लिए फूड सेफ्टी मोबाइल वैन शुरू की गई है। फूड सेफ्टी मोबाइल वैन अभी तक पांच स्थानों होशियारपुर, गढ़दीवाला, हरियाना, चब्बेवाल व बुल्लोवाल सरां में अभी तक 200 के करीब खाद्य पदार्थो के सैंपल चेक कर चुकी है, जिनमें से 47 मिलावटी सैंपल पाए गए हैं। यह बात डीसी ईशा कालिया ने कही है।
उन्होंने बताया है कि जिन स्थानों पर मिलावटी सैंपल पाए गए हैं, उन्हें सख्त चेतावनी दी गई है। साथ ही कुछ स्थानों पर कानूनी प्रक्रिया से सैंपल भी एकत्र किए जा रहे हैं, ताकि उन पर उपयुक्त कानूनी कार्रवाई की जाए। इन मिलावटी सैंपलों में दूध व दूध से बने पदार्थ व मसाले शामिल हैं।
उन्होंने सख्त शब्दों में संदेश देते हुए कहा कि दुकानदार मिलावट से परहेज करें, वर्ना प्रशासन मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। पंजाब सरकार की ओर से मिशन तंदुरुस्त पंजाब के अंतर्गत यह मोबाइल वैन पूरे जिले में घूम-घूम कर खाद्य पदार्थो के नमूने जांच कर रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाई जा रही इस मोबाइल वैन से दूध से बनी वस्तुएं जैसे खोया, दही, पनीर, घी के अलावा अन्य वस्तुएं जैसे कि हल्दी, मिर्च, मसाले आदि की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस वैन में दो लैब टैक्नीशियन हैं, जो मौके पर ही टेस्ट रिपोर्ट संबंधित अधिकारी को सौंप रहे हैं।
डीसी ने कहा कि मिशन तंदुरुस्त पंजाब के अंतर्गत मानक खुराक मुहैया करवाने के लिए जिला प्रशासन वचनबद्ध है। मिलावटखोरी को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने जिलावासियों से अपील की है कि मिशन तंदुरुस्त पंजाब में हर व्यक्ति की भागीदारी बहुत जरूरी है, ताकि मिलावटखोरी पर शिकंजा कसा जा सके।
वहीं, सिविल सर्जन डॉ. रेणु सूद ने कहा है कि फूड सेफ्टी मोबाइल वैन एक महीना जिले में घूमेगी और खाने पीने वाली वस्तुओं का निरीक्षण करेगी।