कार्पोरेट घरानों के पुतले फूंककर किसानों ने मनाया काला दशहरा
संवाद सहयोगी मुकेरियां केंद्र सरकार द्वारा जारी कृषि सुधार कानून और बिजली संशोधन विधेयक 2020 के खिलाफ जालंधर-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित हरसा मानसर टोल प्लाजा पर किसान संगठनों का प्रदर्शन जारी रहा।
संवाद सहयोगी, मुकेरियां
केंद्र सरकार द्वारा जारी कृषि सुधार कानून और बिजली संशोधन विधेयक 2020 के खिलाफ जालंधर-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित हरसा मानसर टोल प्लाजा पर किसान संगठनों का प्रदर्शन जारी रहा। प्रदर्शन के15वें दिन किसानों ने केंद्र सरकार व कार्पोरेट घरानों के पुतले फूंककर काला दशहरा मनाया। किसानों ने केंद्र सरकार और व्यापारिक घरानों के खिलाफ नारेबाजी की और काले कानूनों को तत्काल रद करने की मांग की।
पगड़ी संभाल जट्टा लहर, किसान मोर्चा, कुल हिद जमहूरी किसान सभा, किसान मजदूर हितकारी सभा, सैनी यूथ फेडरेशन, पंजाब पेंशनर्स वेलफेयर यूनियन, कर्मचारियों और वामपंथी संगठनों के विभिन्न नेताओं ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। उन्होंने किसान संघर्ष को और मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार के पापों का घड़ा पूरी तरह से भर गया है और ऐसी स्थिति में मनुष्य अहंकारी होगा और अपना अंत खुद तय कर लेता है। रविद्र सिंह पाहड़ा, लखवीर सिंह लख्खी मानां, कृपाल सिंह गेरा, मास्टर योद्धा सिंह, अवतार सिंह बाबी, मास्टर स्वर्ण सिंह, अमरजीत सिंह कानूगो, गुरजिदर सिंह मंझपुर, नरेंद्र सिंह गोली, बलजीत सिंह नीटा नौशेहरा, ओंकार सिंह पुराना भंगाला, बलदेव सिंह, जगदेव सिंह भट्टियां, मनजीत सिंह जीतू चक्क भाईयां, राजवीर सिंह रवि, संदीप नाहरपुर, मास्टर रमनदीप सिंह, मास्टर रोशन सिंह लाडपुर, नंबरदार अर्जन सिंह काजला, बलविदर चीमा, जसविदर सिंह रंगा, धर्मिंदर सिंह सिबली, विजय सिंह बहिबल मंज, गुरनाम सिंह जहानपुर, लखविदर सिंह टिम्मी हाजीपुर, हरदीप सिंह मंझपुर, सर्वजीत सिंह देवीदास, सुरजीत सिंह बिल्ला सहित बड़ी संख्या में किसान रोष प्रदर्शन में शामिल हुए।