किसान न जलाएं पराली, पयार्वरण में लाए खुशहाली
कृषि विज्ञान केंद्र बाहोवाल में किसान मेले का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, माहिलपुर : धान की फसल की कटाई के बाद खेतों में पड़ी पराली को आग न लगाने के लिए किसानों को जागरूक करने के लिए पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी लुधियाना द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र बाहोवाल में किसान मेले का आयोजन किया गया। इस किसान मेले में डीसी ईशा कालिया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। विशेष अतिथि के रूप में डॉ भूपेंद्र सिंह बसरा पूर्व प्रोफेसर पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी लुधियाना उपस्थित हुए। किसानों को संबोधित करते हुए डीसी ने कहा कि पराली को संभालना समय की जरूरत है। पराली को आग लगाने की जगह उसे खेत मे मशीनरी की सहायता से मिट्टी में मिला दिया जाए तो खेतों की उर्वरक क्षमता में बढ़ोतरी होती है वही पर्यावरण में जहरीली गैसों के फैलने के खतरे पर कंट्रोल किया जा सकता है उन्होंने किसानों को खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी द्वारा दी जा रही जानकारी लेकर पराली प्रबंधन के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इस समागम में पराली को आग लगा कर न जलाने वाले किसानों की प्रशंसा की। इस मेले में डॉ भूपेंद्र सिंह बसरा ने अपने संबोधन में कहा कि किसानों को खेतीबाड़ी के साथ साथ सहायक धंधे अपनाने के लिए प्रेरित किया उन्होंने फसलों का सही दाम प्राप्त करने के लिए फूड प्रोसेसिग तकनीक अपनाने की अपील की। केवीके बाहोवाल के डिप्टी डायरेक्टर डॉ मनिदर सिंह बोंस ने कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा चलाई जा रही किसान भलाई गतिविधियों की जानकारी देते हुए कहा कि केंद्र विभिन्न गांवों में पराली प्रबंधन के लिए जागरूक शिविरो के साथ साथ, प्रदर्शनी व दीवारों पर पेंटिग करवाकर किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित करता रहता है। बागवानी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर अवतार सिंह ने किसानों को वातावरण बचाने के विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी मुहैया कराई। डॉ. गुरप्रताप सिंह जिला प्रसार माहिर फार्म सलाहकार सेवा सेंटर होशियारपुर ने हाड़ी की फसलों की जानकारी किसानों को दी, डॉ. सुमनजीत कौर ने फलों की खेती करने, एमएस रंधावा फल खोज केंद्र गंगिया दसूहा के इंचार्ज, कृषि विज्ञान केंद्र नूरमहल जालंधर के इंज रुपिदर चंदेल ने खेती मशीनरी द्वारा पराली प्रबंधन, डीआर भूम्बला खेत्री खोज केंद्र ब्लोबाल सेखड़ी, शहीद भगत सिंह नगर के डॉ राकेश कुमार शर्मा ने कीट प्रबंध, डॉ परमिदर सिंह संधू ने जैविक खेती, डॉ नवजोत सिंह बराड़ इंचार्ज सब्जी खोज केंद्र खनोड़ा ने सब्जी प्रबंध व डॉ तेजबीर सिंह शहीद भगत सिंह नगर केंद्र ने पशुओं की संभाल करने के संबंध में किसानों को जानकारी मुहैया कराई। इस मेले में डॉ सुभाष चंद्र खेती विकास अधिकारी गढ़शंकर, डॉ भूपेंद्र सिंह विकास अधिकारी माहिलपुर, डॉ. जसपाल सिंह, डॉ. हरजीत सिंह के साथ साथ भारी संख्या में आसपास के गावों के किसान भी उपस्थित थे। श्री गुरु नानक देव जी के 550वे जन्मदिवस के उपलक्ष्य में पराली को आग न लगाने के लिए शपथ भी दिलाई गई। किसानों को किया सम्मानित
वर्ष 2018-19 में पराली प्रबंधन करने के लिए केवीके बाहोवाल द्वारा एडाप्ट किए टोडरपुर, पंडोरी गंगा सिंह, पंजोड़ा, कोटला, सकरूली व गुजरपुर को विशेष सम्मान किया गया। किसानों को बीजकिट उपलब्ध कराई
किसानों की सुविधा के लिए गेहूं, गोभी सरसों, तारामीरा, राया, प्याज, दलहन व जैविक खाद, फलदायी पौधों, पशुओं के लिए मिनरल्स मिक्सर, पशु चाट व अन्य बीज किट उपलब्ध कराई गई।