मेरा लिख ले गुलामा विच ना बाबा.. पर झूमे श्रद्धालु
हर वर्ष की तरह इस साल भी गांव कपाहट में स्थित दरगाह पर मेला सोमवार देर रात्रि धूमधाम से संपन्न हुआ। इससे पहले दरगाह पर बाबा सुरेश शाह सूफी जी, भरत गंडोत्रा ने झंडे की रस्म अदा करने के साथ मेले का आगाज किया। इसके साथ ही सूफी बाबा सुरेश शाह व भारत गंडोत्रा, अनुभव कार्बन के कार्यकर्ताओं
संवाद सहयोगी, होशियारपुर
हर वर्ष की तरह इस साल भी गांव कपाहट में स्थित दरगाह पर मेला सोमवार देर रात्रि धूमधाम से संपन्न हुआ। इससे पहले दरगाह पर बाबा सुरेश शाह सूफी व भरत गंडोत्रा ने झंडे की रस्म अदा करने के साथ मेले का आगाज किया। इस दौरान सूफी बाबा सुरेश शाह व भारत गंडोत्रा, अनुभव कार्बन के कार्यकर्ताओं सहित सैकड़ों श्रद्धालु सिर पर चादर उठाकर पीर बाबा के जयकारे लगाते हुए मजार पर पहुंचे और चादर चढ़ाई। इस दौरान उन्होंने सुखमय जीवन की कामना की।
मेले में कव्वाल मोहम्मद असलम जालंधर द्वारा पीर बाबा की शान में कव्वालियां पेश कीं। जिनमें दमादम मस्त कलंदर, अली दा पहला नंबर., मैं कादरी हूं शुक्र है, रब्बे करीम का, दामन है, मेरे हाथ में पीरां दे पीरां दा, मेरा लिख ले गुलामा विच ना बाबा, दर से जाऊंगा अब ना मैं खाली, भर दो झोली मेरी या मोहम्मद, अखियां उड़ीक दिया आदि कव्वालियों पर श्रद्धालु झूम उठे।
दरगाह के गद्दीनशीन बाबा सुरेश ने पीरों के बारे में श्रद्धालुओं को पीरी व चादर रस्म सिलसिला कहां से चला और तमाम पैगंबरों और वलियों के जीवन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजनों से जहां आपसी भाईचारा व प्रेम बढ़ता है, वहीं रब के नाम का सिमरन करने से लोगों में श्रद्धाभाव बढ़ता है। पीर बाबा सदैव अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। उनके दुखों का निवारण कर जीवन में खुशियां भरते हैं।
इसके साथ विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने लंगर ग्रहण किया। इसके बाद मजार पर माथा टेकने वाले श्रद्धालुओं को बाबा सुरेश ने प्रसाद वितरित किया। दरगाह पर सेवा करने वालों में समाजसेवी भरत गंडोत्रा, अनुभरत गंडोत्रा, सुनीला बंसल, अनुराग, मधु, प्रकाश बंसल, बाबा अशोक, सधी बाबू, करतार, ख¨वदर, सुरेंद्रपाल, गुलशन नरुला, सुरेंद्र कुमार, सुरेश बंसल, वरुण गौरव ट्रांसपोर्ट, संदीप सैनी युवा नेता, रणजीत राणा, भारत भूषण, प्रकाश बंसल, दीपक कतना, गुर¨वदर बंसल, अर¨वद कुमार, रजनीश कुमार आदि मौजूद थे।