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प्रकृति के नियमों का पालन करने वाला रहता है सुखी

आर्ट ऑफ लिविग के संस्थापक श्री-श्री रवि शंकर जी द्वारा ब्रॉडकास्टिग के जरिए देशभर में जीने की कला सिखाई गई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Aug 2019 11:29 PM (IST)Updated: Tue, 20 Aug 2019 11:29 PM (IST)
प्रकृति के नियमों का पालन करने वाला रहता है सुखी
प्रकृति के नियमों का पालन करने वाला रहता है सुखी

जेएनएन, होशियारपुर : आर्ट ऑफ लिविग के संस्थापक श्री-श्री रवि शंकर जी द्वारा ब्रॉडकास्टिग के जरिए देशभर में जीने की कला सिखाई गई। होशियारपुर में भी आनंद उत्सव का आयोजन किया गया। श्री-श्री जी ने प्रकृति के नियमों से ही हर एक चीज चलती है और जो इन नियमों का पालन करता है वह हमेशा सफल होता है। जब हम प्रकृति की परवाह नहीं करते तो हमें जीवन में बहुत से दुख झेलने पड़ते हैं। उन्होंने पर्यावरण की रक्षा के लिए भी कहा कि सभी को पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए उपाय करने चाहिए। व्यायाम आज की इस दौड़ भरी जिदगी में बहुत ही लाभदायक है। सुदर्शन क्रिया एक ऐसी प्रक्रिया है, जो कि मन को साफ रखने में बहुत ही लाभदायक है। उनके अनुसार यदि मनुष्य वर्तमान में रहे तो हमेशा खुश रहेगा। हमें भूतकाल को त्याग देना चाहिए और भविष्य की चिता नहीं करनी चाहिए। होशियारपुर में आनंद उत्सव का आयोजन मॉडल टाउन इस्लामाबाद और माल रोड पर आर्ट ऑफ लिविग के संस्थानों में हुआ और 93 लोगों ने अनंत उत्सव में भाग लिया। आनंद उत्सव आयोजन करने में वंदना सूद, रमिदर राणा, तने बसी, आदर्श वाला, सुरुचि सेठी, समृति शैली, अनुज सूद, सचिन चौधरी, अशोक संगड़, प्रवेश, इशिता, तनेजा, दमनदीप सिंह, सुगंधा कालिया, रोहिणी और अनीता सिंह ने अहम भूमिका निभाई।

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