हमेशा आयोडीन नमक का ही करें इस्तेमाल : डॉ. ओपी गोजरा
आयोडीन की कमी से होने वाले रोगों को रोकने के लिए विश्वव्यापी जागरूकता दिवस डॉ. ओपी गोजरा की अध्यक्षता में पीएससी चक्कोवाल में मनाया गया।
जेएनएन, होशियारपुर : आयोडीन की कमी से होने वाले रोगों को रोकने के लिए विश्वव्यापी जागरूकता दिवस डॉ. ओपी गोजरा की अध्यक्षता में पीएससी चक्कोवाल में मनाया गया। मुख्य अध्यापक मनदीप कौर के सहयोग से करवाए गए जागरूकता कैंप में सेहत विभाग से रमनदीप कौर बीईई, मनजीत सिंह हेल्थ इंस्पेक्टर के अलावा ब्लाक की समूह आशा फेसलीटेटरों और आशा वर्कर शामिल हुए। डॉ. ओपी गोजरा ने कहा कि हम घरों में जो नमक इस्तेमाल करते हैं, वह केवल नमक नहीं, आयोडीन युक्त नमक ही होना चाहिए। क्योंकि आयोडीन की कमी से होने वाले रोगों से सुरक्षा के लिए यह बहुत जरूरी है। आयोडीन की कमी के कारण गर्भपात, मृतक बच्चों का जन्म, जन्मजात अनियमितता, दिमागी नुकसान, शारीरिक और मानसिक विकास में बिगाड़, बहरापन, गूंगापन रोग होने का खतरा बना रहता है। आयोडीन एक कुदरती खुराक तत्व है। इसकी रोजमर्रा की जरूरत 100 से 150 माइक्रो ग्राम है। आयोडीन युक्त नमक आम साधारण नमक जैसा ही होता है, परंतु इसमें आयोडीन की मात्रा होती है। खरीदे गए नमक को हवाबंद या डिब्बे में ही रखना चाहिए। जिससे उसकी गुणवत्ता बरकरार रह सके। आयोडीन की कमी को रोजमर्रा के लिए जाने वाले भोजन में आयोडीन नमक का प्रयोग के साथ सहज ही पूरा किया जा सकता है।