कोरोना ने डेंगू के मच्छर ने भरी उड़ान, अब तक 120 को मारा डंक
कोरोना वायरस के साथ-साथ डेंगू का ग्राफ भी अब बढ़ना शुरू हो गया है।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : कोरोना वायरस के साथ-साथ डेंगू का ग्राफ भी अब बढ़ना शुरू हो गया है। चाहे स्वास्थ्य विभाग डेंगू के खिलाफ पूरी तैयारियां होने के दावे करता है लेकिन डेंगू के बढ़ रहे मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिता बढ़ा दी है। शुरुआत में चाहे डेंगू के मामले धीमी गति में सामने आए थे, लेकिन अब डेंगू तेजी से बढ़ रहा है और अब तक 120 मामले सामने आ चुके हैं। पिछले पंद्रह दिन से डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ा है। डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग तैयारियों के दावे तो कर रहा है परंतु अभी तक कुछ इलाकों में फागिग भी नहीं हुई है। डेंगू से निपटने के लिए सेहत विभाग का अलग विग एंटी लारवा है, लेकिन इस विग में भी मुलाजिमों की कमी पिछले लंबे समय से है। डेंगू का प्रसार साफ पानी और मौसम में नमी होने के कारण होता है। जैसे ही मौसम में नमी होने लगती है डेंगू मच्छर पनपता है और अपना कहर बरपाना शुरू कर देते है।
इसलिए लोगों को इससे बचने के लिए जागरूक रहने की जरूरत है। वहीं डेंगू के बढ़ रहे मामलों के मद्देनजर एक टीम गठित कर दी गई है। सरकारी अस्पताल होशियारपुर में डेंगू मरीजों के लिए अलग से वार्ड का प्रबंध किया है, इसमें फिलहाल 12 बेड तैयार हैं और जरूरत पड़ने पर इसे बढ़ाया जा सकता है। फिलहाल, अभी डेंगू बुखार से पीड़ित कोई मरीज भर्ती नहीं है। ओपीडी के बाद उनका घरों में ही इलाज चल रहा है। धरे के धरे रह रहे हैं स्वास्थ्य विभाग के दावे
स्वास्थ्य विभाग के दावों के बावजूद डेंगू मच्छर हर साल अपना कहर बरपाता है। पिछले साल भी डेंगू का डंक लगने से कुछ लोगों की मौत हो गई थी। समय रहते डेंगू मच्छर से निपटने की तैयारियां नहीं की जाती है। इस वजह से लोगों को अक्टूबर तक डेंगू मच्छरों का संताप झेलना पड़ता है। हालात यह है कि डेंगू होने पर मरीजों को दूसरे अस्पतालों में जाना पड़ता है। अधिकांश सरकारी अस्पतालों में न तो डेंगू की जांच के लिए न ही आइजीएम है और न आइजीजी टेस्ट की। डेंगू की पुष्टि के लिए सिरोलाजी टेस्ट की व्यवस्था न होने से मरीजों की बेहद परेशानी उठानी पड़ती है। रखे ख्याल, जागरूकता से ही बचाव
सही जानकारी व डाक्टर की सलाह से ही डेंगू से बचा जा सकता है। डेंगू मच्छर साफ पानी में पनपता है। यदि सात दिन तक पानी एक जगह पर खड़ा रहा तो उसमें भी डेंगू मच्छर पैदा हो जाता है। यह मच्छर सुबह-शाम को ज्यादा सक्रिय होता है। लोगों को चाहिए की कि अपने घर और आसपास किसी भी जगह पर साफ पानी न खड़ा होने दें। अगर कहीं पर पानी खड़ा है तो उसे नीचे गिरा दें। लोग होते हैं परेशान
जिला मुख्यालय के सरकारी अस्पताल होशियारपुर और भूंगा में डेंगू टेस्टिग की सुविधा है। ऐसे में गढ़शंकर के मरीजों को करीबन चालीस किलोमीटर का सफर तय करके होशियारपुर आना पड़ता है। इसी तरह से मुकेरियां दसूहा और तलवाड़ा के डेंगू मरीजों को लंबी दूरी तय करके भूंगा आना पड़ता है। इस वजह से डेंगू मरीजों को खासी परेशानी उठानी पड़ती है।