सेवा केंद्र या सजा केंद्र
सुविधाएं देने की बजाय सेवा केंद्र दुविधा बांट रहे हैं। यहां लोग छोटे-मोटे काम करवाने के लिए आते हैं।
रमन विग, होशियारपुर : सुविधाएं देने की बजाय सेवा केंद्र दुविधा बांट रहे हैं। यहां लोग छोटे-मोटे काम करवाने के लिए आते हैं, मगर ढीले सिस्टम से सेवा केंद्र में लंबी-लंबी कतारें लगी होती हैं। इसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। सरकार की ओर से सेवा केंद्र बनाने का मकसद जल्द काम करने की पब्लिक को सुविधा प्रदान करना है, लेकिन लोगों को अब यहां असुविधा से परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस पर जब जागरण टीम ने सेवा केंद्र का मुआयना किया तो लोगों की परेशानी सामने आई। इस दौरान सेवा केंद्र में आए सुनील कुमार, अमित कुमार, रजनीश कुमार, साहिल शर्मा, मुकेश कुमार आदि ने बताया कि यह सेवा केंद्र नहीं, एक सजा केंद्र है। जब उन सभी से कौन-कौन सी परेशानियां पेश आ रही हैं, के बारे में पूछा गया तो उनकी मुसीबत गुस्से में तबदील हो गई। सुनील कुमार ने बताया कि सुबह 10 बजे के करीब यहां आया हूं। हमें टोकन दिए गए थे, जिसमें दोपहर चार बजे तक करीब 17 ही काम किए गए, जिसके चलते लोगों का काम अधूरा रह गया। अंदर खाते दलाल अपना काम खत्म कर जाते हैं। जब इनसे पूछा गया कि क्या कारण है। आप का काम क्यों अधूरा हो रहा है तो कहा कि अभी हो जाएगा अभी हो जाएगा का झूठा आश्वासन देकर लोगों को बेवकूफ बनाया रहा है। इस दौरान सेवा केंद्र के ऑपरेटर बबलू से बात की गई तो उसने बताया कि कंप्यूटर सिस्टम काफी धीमा चल रहा है। स्टाफ कम होने से भी मुश्किल हो रही है। इसके चलते ही लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जैसे ही सिस्टम ठीक हो जाएगा तो लोगों का काम जल्दी निपटा दिया जाएगा।