ई-ऑफिस प्रोजेक्ट को गंभीरता से लें: डीसी
डीसी ईशा कालिया ने शुक्रवार को अलग-अलग विभागों की तरफ से नियुक्त किए नोडल अधिकारियों के साथ मीटिग की।
जेएनएन, होशियारपुर : डीसी ईशा कालिया ने शुक्रवार को अलग-अलग विभागों की तरफ से नियुक्त किए नोडल अधिकारियों के साथ मीटिग की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि ई-ऑफिस प्रोजेक्ट को गंभीरता से लें, जिससे इस प्रोजेक्ट को निश्चित समय दौरान लागू किया जा सके। एनआइसी और गर्वनेंस रिर्फोमस के प्रत्येक विभाग के नोडल अधिकारी को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। यदि किसी नोडल अधिकारी को अभी भी किसी भी प्रकार के प्रशिक्षण की जरूरत है, तो उसे प्रशिक्षण दिया जाएगा। एक जनवरी से मैनुअल फाइल वर्क नहीं होगा। इसलिए एक जनवरी से पहले-पहले ई-ऑफिस के काम में तेजी लाई जाए। सरकार की निर्देशों मुताबिक एक जनवरी से समूह दफ्तरों के कामकाज को पेपर मुक्त करने की प्रक्रिया शुरू की जानी है। इसलिए जिला होशियारपुर के अलग-अलग विभागों में ई-ऑफिस प्रोजेक्ट को पारदर्शी ढंग के साथ लागू किया जाएगा।
पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ डेपो मुहिम शुरू की है। इसलिए जो नोडल अफसर अभी तक डेपो नहीं बने, वह पहल के आधार पर डेपो बनें। समाज को नशा मुक्त करने के लिए एकजुटता के साथ संयुक्त प्रयास करने की जरूरत है। यदि कोई परिवारिक मेंबर, दोस्त या रिश्तेदार नशे के दलदल में फंसा है, तो उसे ओओएटी कलीनिकों के अलावा नशा छुड़ाओ और पूर्णवास केंद्रों बारे जागरूक किया जाए, जहां मरीजों का मुफ्त इलाज किया जाता है। उन्होंने खुशी व्यक्त करते कहा कि गांवों की पंचायतों ने भी नशे खिलाफ विशेष पहलकदमी की जा रही है और अब तक जिले के 27 गांव ड्रग्स फ्री घोषित किए जा चुके हैं।
कामकाज में आएगी पारदर्शिता
ई-ऑफिस प्रोजेक्ट के साथ जहां दफ्तरी कामकाज पेपर मुक्त हो जाएगा, वहीं दफ्तरों के कामकाज में और पारदर्शिता भी आएगी और काम भी समयबद्ध तरीके साथ पूरा हो सकेगा। समूह नोडल अधिकारियों को नशे खिलाफ अपना विशेष योगदान डालने के लिए भी कहा।