घरेलू विवाद में पत्नी छत से कूदी, सुसाइड नोट लिख पति ने भी फंदा लगा दी जान
शहर के मोहल्ला सुखियाबाद में बाबा बालक नाथ मंदिर के पास घरेलू विवाद ने दंपती की जान ले ली।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर: शहर के मोहल्ला सुखियाबाद में बाबा बालक नाथ मंदिर के पास घरेलू विवाद ने दंपती की जान ले ली। पति-पत्नी का रोजाना होने वाला घरेलू विवाद कुछ इस कदर बढ़ा कि पत्नी ने पहले छत से कूदकर आत्महत्या की, इसके बाद पति पत्नी का शव घसीटकर कमरे में ले गया और बाद में उसने चौबारे में जाकर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतकों की पहचान दलजीत कौर व जसवीर सिंह उर्फ जैली के रूप में हुई है। आत्महत्या करने से पहले जैली ने सुसाइड नोट भी लिखा है। जिसमें उसने लिखा कि उस पर चार लाख का कर्ज है, जो उसने दुकान खोलने के लिए लिया था। अब मरने जा रहा है।
देर शाम सुखियाबाद इलाके में एक करियाने की दुकान, जिसका मालिक जसवीर था पर एक ग्राहक कुछ सामान लेने के लिए पहुंचा। काफी देर दुकान पर आवाज लगाने के बाद जब कोई दुकान पर न आया तो ग्राहक ने दुकान के रास्ते घर में जाकर देखा। इस पर जसवीर की पत्नी मरी पड़ी थी, जिसको देखकर ग्राहक ने शोर मचाया। शोर सुनकर आस-पड़ोस के लोग एकत्रित हो गए। इस दौरान कुछ लोगों ने जसवीर को आवाज लगाई, परंतु जब कोई हरकत न हुई तो उन्होंने घर के दूसरे कमरों में जाकर देखा। जब लोगों ने चौबारे पर जाकर देखा जसवीर का शव पंखे के साथ लटक रहा था। इस दौरान लोगों ने तुरंत थाना सदर कि पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही थाना सदर प्रभारी तलविंदर पुलिस पार्टी के साथ पहुंचे। मोहल्ले के लोग बोले- घरेलू विवाद बना दोनों की मौत का कारण
मोहल्ले के लोगों ने बताया कि जसवीर व दलजीत कौर कि लगभग चार साल पहले शादी हुई थी और वह अपने माता-पिता से अलग रहते थे। जिसके बाद जसवीर ने करियाने की दुकान शुरू कर दी। लोगों ने बताया कि जसवीर व उसकी पत्नी का अकसर झगड़ा रहता था और छह माह पहले उसकी पत्नी एक माह के लिए घर से भाग भी गई थी, जिससे परेशान हो जसवीर ने पहले भी दो बार आत्महत्या करने की कोशिश की। सुसाइड नोट में लिखा-कर्ज के लिए पिता को तंग न करें
शनिवार को जसवीर व दलजीत कौर में झगड़ा हुआ था। झगड़ा इस कदर बढ़ा की दलजीत कौर ने छत से छलाग लगा दी और गंभीर रूप से घायल हो गई। जसवीर ने आनन-फानन में दलजीत कौर को घसीटते हुए घर के अंदर कमरे में पहुंचा दिया परंतु तब-तक दलजीत कौर दम तोड़ चुकी थी, जिसके बाद जसविंदर ने सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में उसने लिखा कि उसने दुकान शुरू करने के लिए चार लाख कर्ज लिया था। सुसाइड नोट में उसने पुलिस से भी पिता के लिए मदद की गुहार लगाई है। उसने लिखा है कि दुकान के गल्ले में जो पैसे पड़े हैं वह पिता को दिए जाएं और कर्ज के लिए उन्हें परेशान न किया जाए।