पुड्डा की नाक तले अवैध कॉलोनियों का निर्माण
माहिलपुर में पुड्डा विभाग की नाक तले अवैध कॉलोनियों का निर्माण हो रहा है।
रामपाल भारद्वाज, माहिलपुर
माहिलपुर में पुड्डा विभाग की नाक तले अवैध कॉलोनियों का निर्माण हो रहा है। या यूं कहें कि विभाग भू-माफिया की बनाई जा रही अवैध कॉॅलोनियों पर कार्रवाई करने में नाकाम सिद्ध हो रहा है तो भी गलत नहीं होगा। हालाकि इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि विभाग कार्रवाई नहीं करता। कुछ माह पहले चब्बेवाल में अवैध कॉलोनियों पर पुड्डा ने कार्रवाई की थी। अवैध कॉलोनी काटने पर चार लोगों पर मामला दर्ज कर दिया था। चब्बेवाल के बस्सी रोड, जियाण रोड, जैतपुर में मुख्य मार्ग के साथ बिल्कुल सटी हुई जमीन पर भू-माफिया के जगह-जगह प्लॉट फॉर सेल के बोर्ड लगाकर अपने फोन नंबर लिखे हुए आम देखे सकते हैं। यह बोर्ड पुड्डा के अधिकारियों को नजर नहीं आते हैं। यह सब अधिकारियों की मिलीभगत से ही हो रहा है। सरकार को लाखों रुपये का चूना लगाने का खेल खेला जा रहा है। कोई भी अधिकारी इन पर कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाता क्योंकि इनसे मिलजुल कर ही यह अवैध कॉलोनिया काटी जा रही हैं। सबसे हैरानी वाली बात यह है कि किसी के पास लाइसेंस तक नहीं है। एक से चार लाख रुपये कीमत के हैं प्लॉट
चब्बेवाल से बस्सी कला रोड पर बन रही कॉलोनी में लगे बोर्ड पर लिखे नंबर पर फोन पर संपर्क किया गया तो कॉलोनाइजर ने कॉलोनी के अंदर एक लाख रुपये मरला है और दुकानों का रेट चार लाख रुपये बताया। जैतपुर में ग्यारह कनाल जमीन में काटी जा रही कॉलोनी काटने वाले व्यक्ति से बात की तो उन्होंने अपनी कॉलोनी को पुड्डा से मंजूरशुदा बता दिया। उन्होंने भी एक लाख रुपये मरला दाम बताया। एसडीओ पुड्डा जगवीर सिंह ने बताया कि इस इलाके में सर्वे कराया जा रहा है और जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। कॉलोनी काटने के लिए चाहिए पाच एकड़
कॉलोनी काटने के लिए कम से कम पाच एकड़ जमीन होनी चाहिए। यहा एक-दो एकड़ में कॉलोनिया काटी जा रही हैं, जिनके सीवरेज तक कि कोई व्यवस्था नहीं है। सबसे ज्यादा चिंताजनक यह बात यह है कि सभी कॉलोनिया खेतीबाड़ी की उपजाऊ जमीन पर काटी जा रही हैं। कुछ महीने पहले चब्बेवाल के बजरावर रोड पर एक-दो दुकानों की नींव पुड्डा अधिकारियों के अपनी जेसीबी मशीन चलकर अपने होने की उपस्थिति दर्ज कराई थी। प्लॉट मालिक सरपंच चब्बेवाल के नजदीकी हैं। अगर कोई व्यक्ति कॉलोनी काटना चाहता है तो उसे पुड्डा से एनओसी लेने के लिए भारी रकम गारंटी के रूप में जमा कराने के साथ कई पापड़ बेलने पड़ते हैं। इसके बाद अगर कोई इसे अधूरा छोड़ता है तो गारंटी के रूप में जमा राशि से अधूरे कायरें को पूरा कराया जाता है।