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पैसे देने के बहाने फाइनांसर को वर्कशॉप में बुलाकर बंदूकों के बल पर बंधक बना पीटा

टांडा रोड पर बाजवा पेट्रोल पंप के पास मंगलवार को एक युवक ने फाइनांसर को पैसा देने के बहाने वर्कशॉप में बुलाया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 11:24 PM (IST)Updated: Wed, 16 Oct 2019 06:09 AM (IST)
पैसे देने के बहाने फाइनांसर को वर्कशॉप में बुलाकर बंदूकों के बल पर बंधक बना पीटा
पैसे देने के बहाने फाइनांसर को वर्कशॉप में बुलाकर बंदूकों के बल पर बंधक बना पीटा

जागरण संवाददाता, होशियारपुर : टांडा रोड पर बाजवा पेट्रोल पंप के पास मंगलवार को एक युवक ने फाइनांसर को पैसा देने के बहाने वर्कशॉप में बुलाया। उसके कहने पर जब फाइनांसर का आदमी वर्कशॉप में पैसे लेने के लिए पहुंचा तो युवक ने अपने पिता और भाई की मदद से उसे बंधक बना लिया। इसके बाद बंदूकों के बल पर वहां पर फाइनांसर को भी बुलाकर बंधक बनाकर दोनों के साथ मारपीट की गई। इसकी भनक लगने पर फाइनांसर के परिचित वहां पर पहुंच गए। माहौल इतना खराब था कि वहां पर खूनखराबा हो सकता था। मगर, थाना मॉडल टाउन के एसएचओ इंस्पेक्टर भरत मसीह ने मौके पर पहुंच कर बड़ी घटना को टाल दिया। पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।

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मौके पर मौजूद थाना प्रभारी इंस्पेक्टर भरत समीह कोसैनी इंटरप्राइजेज के मालिक जिदू सैनी ने बताया कि कुमार शविदर ने उससे डेढ़ लाख रुपये फाइनांस पर लिए थे। काफी समय से न किश्त दे रहा था और न ही उसका मोबाइल फोन उठा रहा था। सोमवार रात एक शादी समारोह के बाहर कुमार उसे मिल गया। पैसे लौटाने की बात कहने पर उसके साथ बदतमीजी करने लगा था। इस पर उसके साथ हाथापाई हुई थी और शविदर ने पैसे भी देने हैं और धौंस भी जमाता है।

शविंदर ने वर्कशॉप में आने के लिए वाट्सएप पर भेजा मैसेज

मंगलवार बाद दोपहर शविदर ने उसे बार-बार फोन करना शुरू कर दिया कि वह अपने पैसे उसके वर्कशाप से आकर ले जाए। यहां तक कि वर्कशाप पर आने के लिए उसने वाट्सएप पर मैसेज भी भेजा। इस पर उसने परिचित रूपेश चोपड़ा को वर्कशाप में भेज दिया। वहां पर बंदूकों और रिवाल्वर के साथ लैस बैठा शविदर, उसका भाई, उसका पिता माशा व अन्य कुछ युवकों ने रुपेश को हथियारों के बल पर बंधक बना लिया। कनपटी पर रिवाल्वर रखकर रूपेश से फोन करवाया कि वह भी वहां पर आ जाए। इस पर वह भी वहां पर पहुंच गया। वह वहां पर पहुंचा तो उसे भी बंदूकों के बल पर बंधक बना लिया और मारपीट शुरू कर दी। उसने किसी तरह से इसकी सूचना अपने किसी परिचित को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे थाना माडल टाउन के एसएचओ भरत मसीह ने उन्हें उनकी चंगुल से छुड़ाया। यहां तक कि उसकी लाइसेंसी रिवाल्वर भी छीनने की कोशिश की गई। जिदू सैनी के मुताबिक शविदर और उसके पिता माशा ने साजिश के तहत उसे वर्कशाप बुलाकर बंधक बनाया और मारपीट की, ताकि उसे पैसे न देने पड़े। यह साजिश उसे फंसाने के लिए रची गई थी। लेकिन मोबाइल फोन पर सुरिदर की काल डिटेल ने उसे खुद ही साजिश का पर्दाफाश कर दिया है। थाना माडल टाउन में कुछ और भी फाइनेंसर पहुंचे थे जो कह रहे थे कि शविदर ने उससे फाइनेंस पर पैसे लिए हैं। पैसे मांगने पर वह उन्हें धमकियां देता है। फाइनेंसरों के पैसे देने से बचने के लिए उसने गनमैन भी ले रखा है।

हमने किसी को बंधक नहीं बनाया, वर्कशॉप पर हमला हुआ है : माशा

उधर, दूसरी तरफ शविदर के पिता माशा ने कहा कि उसकी वर्कशाप पर हमला हुआ है। उसने अपने लाइसेंसी हथियारों से खुद को बचाया है। हमने किसी को बंधक नहीं बनाया और न ही कोई मारपीट की, लेकिन उसके बेटे द्वारा अपने मोबाइल फोन से किए गए मैसेज से यह बात स्पष्ट हो रही थी कि जिदू सैनी को उसने ही वर्कशाप पर बुलाया था।

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मामले की तफ्तीश की जा रही है, तथ्यों पर होगी कार्रवाई: एसएचओ

थाना मॉडल टाउन के प्रभारी इंस्पेक्टर भरत मसीह ने कहा कि मामले की गहराई से तफ्तीश की जा रही है। तफ्तीश में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके हिसाब से कार्रवाई होगी। किसी को भी कानून को हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।


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