केंद्रीय जेल में बलाचौरिया समेत आठ से मोबाइल बरामद
केंद्रीय जेल में गत दिवस औचक निरीक्षण के दौरान मोबाइल फोन बरामद कर सिटी पुलिस ने आठ मामले दर्ज किए हैं।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : केंद्रीय जेल में गत दिवस औचक निरीक्षण के दौरान मोबाइल फोन बरामद कर सिटी पुलिस ने आठ मामले दर्ज किए हैं। पुलिस ने यह मामले केंद्रीय जेल के सहायक सुपरिटेंडेंट मेवा सिंह के बयान के आधार पर दर्ज किए हैं। आरोपितों की पहचान भोगपुर के गांव महिदपुर बलजिदंर सिंह उर्फ गांधी, गोइंदवाल साहिब तरनातरन के मनदीप कुमार उर्फ दीप, कलोड़ी, राजस्थान के संपत नैहरा, बिलौड़ी, गढ़शंकर के संदीप कुमार उर्फ रवि बलाचौरिया, न्यू प्रताप नगर, बी डिवीजन, अमृतसर के रमनदीप सिंह उर्फ रोमी, गुरु रामदास नगर अमृतसर के रघु, मोहल्ला टांक क्षत्रिय तरनतारन के प्रिस उर्फ मनी व कोटली सूरत मलियां, बटाला के गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी के रुप में हुई है।पुलिस को दी जानकारी में मेवा सिंह ने बताया कि गत दिवस उन्होंने केंद्रीय जेल में औचक चेकिग के दौरान उक्त आरोपितों से आठ मोबाइल फोन बरामद हुए।सूचना मिलते ही थाना सिटी की पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मोबाइल बरामद कर आरोपितों पर मामले दर्ज कर कार्रवाई शुरु कर दी है। मामले की जानकारी देते हुए थाना प्रभारी इंस्पेक्टर गोबिदर कुमार ने बताया कि जेल में औचक चेकिग के दौरान इतनी भारी मात्रा में मोबाइल बरामद होने का मामला काफी गंभीर हैं। उन्होंने बताया कि जांच की जा रही है कि आरोपितों के पास मोबाइल किस तरह पहुंचे।उन्होंने कहा कि जांच की जा रही है और जल्द ही जेल के भीतर मोबाइल पहुंचाने वाले आरोपितों को काबू किया जाएगा।
किस पर क्या मामले हैं दर्ज
मामले की जानकारी देते हुए थाना प्रभारी इंस्पेक्टर गोबिदर सिंह ने बताया कि उक्त आरोपितों पर कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। जिसमें रवि बलाचौरिया पर लूट व जानलेवा के मामले दर्ज हैं। रवि बलाचौरिया पिछले दिनों गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके अलावा बलजिंदर सिंह, मनदीप सिंह, रघु, प्रिस, संपत नैहरा पर जानलेवा हमले व लूट के मामले दर्ज हैं।संपत नैहरा पर कत्ल का मामला भी दर्ज है। वहीं रमनदीप पर लूट के मामले दर्ज हैं। जांच की जा रही है: एसएचओ
जानकारी अनुसार जेल में आए दिन मोबाइल बरामद होने के मामले पहले भी सामने आते रहे हैं। हालांकि जेल प्रशासन द्वारा सुरक्षा के बड़े बड़े दावे किए जाते हैं परंतु फिर भी जेल में मोबाइल बरामद होने जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करता है। चूंकि यह आरोपित जेल में बैठे हुए जेल के बाहर अपने साथियों से संपर्क रखते हैं और कई वारदातों को जेल में बैठ ही अंजाम दिलाते हैं। इस मामले में एसएचओ थाना सिटी गोबिदर कुमार ने बताया कि जांच की जा रही है और उम्मीद है कि जल्दी ही उस कड़ी का पता लगा लिया जाएगा, जिसके जरिए मोबाइल जेल के भीतर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बाद पहुंच जाते हैं।