नगर निगम में 640 पोस्टों में से 296 खाली
जनता को सुविधाएं प्रदान करने वाला नगर निगम आजकल खुद ही परेशान चल रहा है।
हजारी लाल, होशियारपुर
जनता को सुविधाएं प्रदान करने वाला नगर निगम आजकल खुद ही परेशान चल रहा है। खाली पड़ी कुर्सियों की वजह से काम न होने से निगम कर्मी और जनता दोनों परेशान हैं। हैरानीजनक बात है कि राज्य सरकार रोजगार देने की बातें तो करती हैं, लेकिन निगम में 640 स्वीकृत पोस्टों में से 296 पोस्टें खाली पड़ी हैं। उन्हें भरना मुनासिब नहीं समझा जा रहा। आलम यह है कि हर साल रिटायरमेंट होने के साथ कुर्सियों के खाली होने की लिस्ट लंबी होती जा रही है। रिटायरमेंट होने वाले कर्मियों की जगह पर सरकार की ओर से नियुक्तियां ही नहीं की जा रहीं। आंकड़े बताते हैं कि वर्तमान समय में निगम में 45 फीसद पोस्टें खाली हैं। नगर निगम के पास स्थायी कमिश्नर नहीं है। यहां का अतिरिक्त चार्ज एडीसी हरप्रीत सूदन को दिया गया है।
खाली पोस्टों के अंबार से निगम का कामकाज बुरी तरह से प्रभावित है। स्थिति यह पैदा हो गई है कि थोक भाव में पोस्टें खाली होने से साथी मुलाजिमों पर काम का बोझ पड़ा है। वे मानसिक परेशानी से गुजर रहे हैं। क्योंकि समय पर काम न होने से जनता की बातें उन्हें सुननी पड़ती हैं।
आलम यह है कि स्वीकृत पोस्टें काफी समय पहले की हैं। ऊपर से जो पोस्टें स्वीकृति भी हैं, वह भी नहीं भरी हैं। इस वजह से निगम से संबंधित तमाम काम चाहे वह सफाई व्यवस्था हो या फिर पानी की सप्लाई अथवा बिल्डिग से संबंधित काम हों, सब पर बुरा असर पड़ रहा है। नाम न छापने की शर्त पर मुलाजिम बताते हैं कि हर साल रिटायरमेंट होती है और उसकी जगह पर नई नियुक्ति नहीं की जाती है। इसी वजह से साल-दर-साल खाली पोस्टों की समस्या बढ़ती जा रही है। राज्य सरकार बड़ी-बड़ी बातें तो करती है, लेकिन खाली होने वाली पोस्टों को फौरी तौर पर नहीं भरा जाता। 84 में से क्लर्र्को की 70 पोस्टें खाली
नगर निगम के दफ्तरी काम को निपटाने में क्लर्कों की भूमिका काफी अहम होती है। लेकिन यहां की हालत तो काफी दयनीय है। क्लर्कों की 84 पोस्टें स्वीकृति हैं। इनमें से सिर्फ 14 पोस्टें ही भरी हैं। 70 पोस्टें खाली हैं। इस वजह से दफ्तरी काम बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। कार्यरत क्लर्कों पर भी काम का बोझ बहुत बढ़ गया है। और तो और ट्यूबवेल ऑपरेटरों की 52 पोस्टों में 44 पोस्टें खाली पड़ी हैं।
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सफाई सेवकों की घोर कमी
शहर को स्वच्छ रखने के लिए नगर निगम को कम से कम 450 सफाई कर्मी चाहिए। निगम में सफाई कर्मियों की 281 स्वीकृति पोस्टे हैं। इनमें से 240 ही भरी हैं और 41 पोस्टें खाली हैं। ऐसे में सफाई को चकाचक रखने में दिक्कत आ रही है और तो और सीवरमैन की सात पोस्टें हैं। सभी पोस्टें खाली पड़ी हैं।
- निगम की खाली पोस्टों के बारे में कई बार राज्य सरकार को लिखा जा चुका है, लेकिन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। निश्चित तौर पर खाली पोस्टों से कामकाज पर बुरा असर पड़ रहा है।
-शिव सूद, मेयर नगर निगम, होशियारपुर।
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