डिपो होल्डर ने 432 क्विंटल सरकारी गेहूं का किया घोटाला, रिकॉर्ड जब्त
पिछले सात साल से गांव सदारंग में स्थित एक डिपो संचालक द्वारा सरकारी गेहूं का गोलमाल किया जा रहा है।
संवाद सूत्र, घुमाण : पिछले सात साल से गांव सदारंग में स्थित एक डिपो संचालक द्वारा सरकारी गेहूं का गोलमाल किया जा रहा है। इस संबंधी शिकायत मिलने पर सोमवार सुबह जिला सहायक फूड सप्लाई अधिकारी जसविदर सिंह के नेतृत्व में 11 बजे विभाग की टीम ने डिपो में छापेमारी की। इस दौरान डिपो संचालक हरदेव सिंह का रिकॉर्ड जब्त कर लिया गया। टीम ने गांववासियों और सरपंच बलजीत सिंह द्वारा पंजाब फूड सप्लाई विभाग को दी गई शिकायत पर छापा मारा था। फिलहाल विभाग ने डिपो होल्डर का रिकॉर्ड जब्त कर लिया है।
गौरतलब है कि पंजाब सरकार गरीब परिवार को प्रति सदस्य छह माह के बाद 30 किलो गेहूं देती है। उपरोक्त डिपो होल्डर के पास 90 परिवारों का इस स्कीम के तहत कार्ड था। आरोप हैं कि वह उक्त परिवारों को पूरी गेहूं नहीं देता है। एक परिवार के चार में से तीन लोगों के अनुसार वह गेहूं देता था। परिवार के एक सदस्य की गेहूं की बोरी हड़प लेता है। लोगों को यह कहकर उलझा देता है कि इस बार सरकार की तरफ से कम गेहूं आई है। बाद में उक्त गेहूं को बाजार में बेच देता रहा है। यह बात तब उजागर हुई जब इस स्कीम के अधीन कुछ लोग इकट्ठा होकर सरपंच के पास शिकायत लेकर गए।
सरपंच ने ऑनलाइन रिकार्ड चेक करवाया तो उसमें बड़े स्तर पर गड़बड़ी सामने आई। इस संबंधी फूड सप्लाई विभाग चंडीगढ़ को पत्र लिखकर शिकायत भेजी। उसके बाद टीम ने दबिश दी। सोमवार को टीम ने डिपो होल्डर से पुराना रिकॉर्ड मांगा तो वे पेश करने में असमर्थ दिखा। विभाग ने बताया कि कुछ रिकॉर्ड मिला तो जरूर है, लेकिन उसमें कुछ क्लीयर नहीं हो पा रहा है। जांच के लिए भेज दिया गया है। अगर कुछ गड़बड़ी सामने आई तो डिपो होल्डर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जीओजी ने भी पाई थीं खामियां
कुछ दिन पहले जीओजी मतलब पुराने एक्स सर्विसमैन की फूड सप्लाई विभाग टीम ने इस डिपो पर दबिश दी थी। इस टीम का काम शिकायत वाले मामले की पहले स्तर पर जांच करती है। उस टीम की रिपोर्ट के आधार पर जिला स्तरीय विभाग की टीम रेड करती है। बताया जा रहा है कि जीओजी टीम ने भी डिपो होल्डर के खिलाफ रिपोर्ट बनाई थी। रिकार्ड में खामियां निकली थीं। अंत्योदय स्कीम में भी किया गबन
केंद्र सरकार की अंत्योदय स्कीम में भी इस डिपो होल्डर पर गबन के आरोप लगे हैं। पिछले दिनों जीओजी की जांच टीम ने सात परिवार की शिकायत के आधार पर डिपो का रिकॉर्ड चेक किया तो उसमें पाया कि पर्ची प्रत्येक परिवार के पांच-पांच मेंबर के हिसाब से काटी गई, लेकिन प्रति परिवार के दो-दो मेंबर को तीस-तीस किलो के हिसाब से गेहूं दी गई। यानी प्रत्येक परिवार के तीन-तीन मेंबर की गेहूं का गबन कर दिया गया। कोट्स
उनकी टीम ने गांव सदारंग के एक डिपो के खिलाफ शिकायत आने पर वहां छापेमारी की है। वहां का रिकार्ड जब्त कर लिया गया। कुल 432 क्विंटल गेहूं की गड़बड़ी सामने आई है। शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। डिपो संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सतबीर सिंह, डीएफएसओ।