मां की मौत की खबर सुन आबुधाबी गए युवक की मानसिक हालत बिगड़ी
परिवार को अच्छा भविष्य देने की उम्मीद में रोजगार के लिए विदेश गए जिला गुरदासपुर के बटाला के गाव ढडियाला नजारा के युवक सुखराज सिंह की उम्मीदें सफल नहीं हो पाई।
संवाद सूत्र, बटाला : परिवार को अच्छा भविष्य देने की उम्मीद में रोजगार के लिए विदेश गए जिला गुरदासपुर के बटाला के गाव ढडियाला नजारा के युवक सुखराज सिंह की उम्मीदें सफल नहीं हो पाई। आबुधाबी में रहते हुए सुखराज सिंह (27) के साथ नियती ने ऐसा क्रूर मजाक किया कि भविष्य में शायद ही वो अपने हालात से निकल पाएगा। वहा रहने के दौरान उसकी मानसिक स्थिति खराब हो गई। खराब मानसिक हालत के कारण वह आबुधाबी से पैदल चलता हुआ दुबई पहुंच गया।
सुखराज सिंह के पिता पूर्ण सिंह व चाचा हरदेव सिंह ने बताया कि सुखराज परिवार की आíथक हालत सुधारने की खातिर रोजगार के लिए 2018 में आबुधाबी गया था। आबुधाबी में उसे उचित रोजगार मिल गया, जिससे सभी लोग खुश थे। लेकिन 2021 का नया साल ऐसा आया, सब की खुशिया छिन गईं। करीब 7 महीने पहले सुखराज की मा निर्मल कौर का देहात हो गया। मा की मौत की खबर मिलने से सुखराज को गहरा सदमा लगा और वह लगातार सदमे में रहने लगा। करीब चार महीने पहले सुखराज की मानसिक हालत अत्यंत खराब हो गई। बिना कोई दस्तावेज लिए सुखराज आबुधाबी में अपना घर छोड़ कर लावारिसों की तरह सड़कों पर भटकने लगा। इसी तरह भटकते वह दुबई पहुंच गया। दुबई में वह सड़क पर बेसुध पड़ा हुआ था, रात होने के कारण वह एक ट्रक से कुचले जाने से बाल-बाल बच गया। पंजाबी ट्रक ड्राईवर ने नीचे उतर कर उसे संभाला, पूछने पर सुखराज ने ट्रक ड्राईवर को अपने गाव ढडियाला नजारा का पता दिया, अच्छी बात यह रही, कि उक्त ट्रक ड्राइवर के रिश्तेदार पास के गाव हरदान में रहते हैं, उसने सुखराज की वीडियो बना कर अपने रिश्तेदारों को भेजी, जिससे सुखराज की हालत का परिवार को पता चला। सुखराज की हालत बहुत खराब बनी हुई है। परिवार के लोगों ने दुबई के सरबत्त दा भला चैरीटेबल ट्रस्ट के बटाला में प्रतिनिधि शैरी कलसी से संपर्क किया। शैरी कलसी के प्रयास से ट्रस्ट के लोग सुखराज को अपने साथ ले गए। पिता पूर्ण सिंह ने भारत और पंजाब सरकार से अपील की है, कि उसके बेटे को जल्दी भारत लाया जाए।