रसायनिक खादों और कीड़ेमार दवाइयों से बंजर हो रही उपजाऊ मिट्टी
वीरवार को जिया लाल मित्तल डीएवी पब्लिक स्कूल में विश्व मृदा दिवस मनाया गया।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : वीरवार को जिया लाल मित्तल डीएवी पब्लिक स्कूल में विश्व मृदा दिवस मनाया गया। इस मौके पर स्कूल में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। बच्चों ने भाषण और कविता के माध्यम से मृदा की अहम भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बताया कि हम किस प्रकार मिट्टी के कटाव और क्षरण को रोक सकते हैं।
स्कूल के दसवीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के बच्चों को मुख्य तौर पर कृषि विश्वविद्यालय गुरदासपुर ले जाया गया। डॉ. भूपिदर सिंह (डायरेक्टर एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी) ने सब बच्चों मृदा संरक्षण के महत्व के बारे में बताया कि विश्व के कई हिस्सों में उपजाऊ मिट्टी बंजर हो रही है। इसका कारण किसानों द्वारा ज्यादा रसायनिक खादों और कीड़ेमार दवाइयों का इस्तेमाल करना है। ऐसा करने से मिट्टी के जैविक गुणों में कमी आने की वजह से उसकी उपजाऊ क्षमता में गिरावट आ रही है। डॉ. विवेक पांडे, डॉ. हरप्रीत सिंह, डॉ. अनमोल दीप सिंह, डॉ. यामिनी शर्मा ने बच्चों को जैविक खेती के बारे में बताया। उन्होंने सिखाया कि किस प्रकार से हम मृदा क्षरण एवं मृदा प्रदूषण रोक सकते हैं। बच्चों को जैविक खेती खेती को बढ़ावा देने के प्रेरित किया। जैविक खेती करने से बचेगी भूमि
स्कूल के प्रिसिपल राजीव भारती ने कहा किसानों और आम लोगों को मिट्टी की सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए यह दिन विशेष तौर पर मनाया जाता है। पहले ही विश्व की संपूर्ण मृदा का 33 प्रतिशत भाग बंजर हो चुका है, इसलिए हमें जैविक खेती को बढ़ावा देना चाहिए।