धरती बचेगी तभी तो जीवन बचेगा
एचआरए इंटरनेशनल स्कूल में प्रिसिपल सुमन शुक्ला के नेतृत्व में कोविड-19 की हिदायतों का पूरी तरह से पालन करते हुए विश्व धरती दिवस मनाया गया।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : एचआरए इंटरनेशनल स्कूल में प्रिसिपल सुमन शुक्ला के नेतृत्व में कोविड-19 की हिदायतों का पूरी तरह से पालन करते हुए विश्व धरती दिवस मनाया गया। इसमें बतौर मुख्य मेहमान इंवायरमेंट सोसायटी व भारत विकास परिषद के सदस्य इंद्रजीत सिंह बाजवा शामिल हुए। इनके अलावा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के सेवानिवृत्त डायरेक्टर डा. परमजीत सिंह, बलदेव ठाकुर, नीलोफर, स्कूल के चेयरमैन हीरामणि अग्रवाल, डायरेक्टर कृष्णामूर्ति अग्रवाल, सत्यासेन व आंचल अग्रवाल ने शिरकत की।
इस दौरान मुख्य मेहमान व अन्य मेहमानों ने स्कूल में विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए। विद्यार्थियों ने अपनी वीडियो के जरिए धरती दिवस पर बहुत ही बढि़या कविताएं व अपने विचार भाषण के रूप में पेश किए। डा. परमजीत सिंह ने कहा कि हमें प्रदूषण नहीं फैलाना चाहिए। धरती व जीव जंतुओं को बचाना चाहिए। स्कूल के चेयरमैन हीरामणि अग्रवाल ने धरती दिवस के महत्व के बारे में कहा कि धरती बचेगी तभी हमारा जीवन बचेगा। हमें अपने जन्म दिवस पर पौधे जरूर लगाने चाहिए और उनकी अच्छी तरह से संभाल करनी चाहिए। पेड़ हमारे जीवन का आधार है। इससे हमें शुद्ध पर्यावरण व आक्सीजन मिलता है। पर्यावरण के बचाव के लिए स्कूल स्टाफ महत्वपूर्ण योगदान डालने के लिए वचनबद्ध है। अंत में चेयरमैन अग्रवाल व प्रिसिपल सुमन शुक्ला ने मेहमानों को पौधे देकर सम्मानित किया। मंच का संचालन अध्यापिका रुही ने किया। पौधों का जीवन में बहुत महत्व
संवाद सहयोगी, कादियां : एसएस बाजवा स्कूल में स्कूल के डायरेक्टर एमएल शर्मा ने पृथ्वी दिवस (अर्थ डे) पर पौधे लगाए। इस दौरान उनके साथ स्कूल के प्रिसिपल डा. रमन कुमार शर्मा और कुछ अध्यापक भी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि सभी को दस-दस पौधे लगाने चाहिए। पौधों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। इससे हमें शुद्ध आक्सीजन मिलता है और यह बारिश लाने में भी सहायता करते हैं। इसके साथ ही पौधे हमें बाढ़ से भी बचाते हैं और कई महत्वपूर्ण वस्तुएं जैसे गोंद, कागज, दवाइयां आदि भी उपलब्ध होती हैं। हमें बेकार में पेड़ों को नहीं काटना चाहिए, क्योंकि एक पूरा वृक्ष बनाने में कई वर्ष लग जाते हैं। स्कूल के प्रिसिपल डा. रमन कुमार शर्मा ने कहा कि अगर सच पूछा जाए तो पेड़ हमारा जीवन है। इस अवसर पर अध्यापक रूही भगत भी उपस्थित थी।