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यमदूत बनकर घूम रहे बिना रिफ्लेक्टर लगाए वाहन चालक

शहर में बिना रिफ्लेक्टर लगाए घूम रहे वाहन चालक यमदूत बने हुए हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 03:15 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 03:15 PM (IST)
यमदूत बनकर घूम रहे बिना रिफ्लेक्टर लगाए वाहन चालक
यमदूत बनकर घूम रहे बिना रिफ्लेक्टर लगाए वाहन चालक

रवि कुमार, गुरदासपुर

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शहर में बिना रिफ्लेक्टर लगाए घूम रहे वाहन चालक यमदूत बने हुए हैं। इन्हें न तो अपनी और न ही दूसरों की जान की फिक्र है। बिना रिफ्लेक्टर के वाहन चलाना खतरे से खाली नहीं है, क्योंकि धुंध के कारण विजिबिलिटी बहुत कम होती है। इससे कुछ भी दिखाई नहीं देता है। इस कारण बिना रिफ्लेक्टर के सड़कों पर दौड़ रहे वाहन हादसों का कारण बन रहे हैं।

यदि बात पिछले वर्ष के जनवरी व फरवरी माह की जाए तो उस समय भी करीब सात हादसे हुए थे। हालांकि इस साल ऐसा कोई भी मामला सामने नहीं आया है। उधर, प्रशासन की ओर से भी इन वाहनों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। हालांकि बिना रिफ्लेक्टर के वाहन चलाना के जुर्माना प्रावधान है। गौरतलब है कि आए दिन ट्रैफिक पुलिस की ओर से सेमिनार लगाकर वाहन चालकों को रिफ्लेक्टर की अहमियत के बारे में जानकारी दी जाती है। मगर यह जानकारी सिर्फ भाषण तक ही सीमित होकर रह जाती है। इसके बाद वाहन चालक इसे नजरअंदाज कर देते हैं। हालांकि साफ मौसम और दिन के समय तो खतरा कम होता है, लेकिन जब रात या फिर धुंध के समय बिना रिफ्लेक्टर के वाहन चलाए जाते हैं तो उस समय खतरा और भी बढ़ जाता है। क्योंकि पीछे से आ रहे वाहन चालक को आगे जा रहे वाहन का पता नहीं चलता है और वह वाहन के साथ टकराकर घायल या फिर अपनी जान गंवा लेता है। प्रशासन नहीं उठा रहा कोई ठोस कदम

शहर में सरेआम बिना रिफ्लेक्टर लगाए वाहन पुलिस प्रशासन की नाक तले सड़कों पर बेरोक-टोक घूम रहे हैं। सड़कों पर सरेआम घूम रही इस मौत से बचाने के लिए प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा। सर्दी का मौसम शुरू होते ही प्रशासन ने वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाने की शुरुआत की थी, लेकिन अभी तक कहीं पर भी ऐसा होता नजर नहीं आ रहा। इसका खामियाजा लोग अपनी जानें देकर चुका रहे हैं। यातायात नियमों का पढ़ाया जा रहा पाठ नहीं आ रहा काम

धुंध के मौसम शुरू होते ही ट्रैफिक पुलिस की ओर से वाहन चलाने के नियम बताने के लिए पाठ पढ़ाया जा रहा है। मगर यह भी काम नहीं आ रहा है। कुछ लोग तो सेमिनार के दौरान पढ़ाए गए पाठ को ध्यानपूर्वक सुनते हैं, मगर जैसे ही सेमिनार खत्म हो जाता हैं तो उसके बाद हालात फिर से ज्यों के त्यों बन जाते हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आने वाले है। कुछ ही दूरी पर चमक छोड़ता है रिफ्लेक्टर

रिफ्लेक्टर यह रेडियम टेप होता है। सीधी पट्टी और ट्रैंगल के आकार में इसे वाहन के आगे और पीछे लगाना चाहिए। इसे लगाने से वाहन पर हल्की सी रोशनी पड़ने पर वह खुद ब खुद चमक छोड़ता है। इससे वाहन के होने का संकेत अगले व पिछले वाहन को मिल जाता है। इससे होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को काफी हद तक रोका जा सकता है। कोट्स

बिना रिफ्लेक्टर के वाहन चलाने पर जुमाने का प्रावधान है। यदि कोई वाहन चालक बिना रिफ्लेक्टर के वाहन चलाता हुआ दिखाई तो उससे बख्शा नहीं जाएगा।

-राजेश कुमार, ट्रैफिक इंचार्ज।


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