खेलते-खेलते तार में पैर फंसने से सिर पर गिरा टीवी, डेढ़ साल के मासूम की मौत
गुरदासपुर के धारीवाल में कमरे में खेलते समय तार में पैर फंसने से टीवी ट्रॉली डेढ़ साल के मासूम अंकुश पर गिर गई जिससे उसकी मौत हो गई।
जेएनएन, गुरदासपुर। धारीवाल के गांव तरीजानगर में दिल दहला देने वाली घटना हुई। कमरे में खेलते समय तार में पैर फंसने से टीवी ट्रॉली डेढ़ साल के मासूम अंकुश पर गिर गई, जिससे उसकी मौत हो गई। मासूम की मौत के बाद मां भी संतुलन खो बैठी। वह दूसरे के पास बच्चे को नहीं दे रही।
बच्चे अंकुश की मां कोमल दोपहर को रसोई में काम करने के बाद बरामदे में चारपाई पर लेट गई। अंकुश बार-बार कमरे में जा रहा रहा था। कोमल दो बार उसे कमरे से बाहर लेकर आई लेकिन तीसरी बार फिर कमरे में चला गया। इस पर मां ने गुस्से में बोल दिया कि 'चला जा जहां जाना है।' दो मिनट बाद कमरे से कोई चीज गिरने की जोर से आवाज आई।
कोमल ने भागकर देखा तो अंकुश के पैर में तार में फंसे थे और टीवी ट्रॉली और टीवी ऊपर गिरा था। टीवी का कोना बच्चे के सिर पर लगने से खून निकल रहा था। वह उसे तुरंत सिविल अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। अंकुश परिवार का इकलौता बेटा था। बच्चे का पिता लड्डी जम्मू-कश्मीर में लकड़ी का काम करते हैं।
मां ने खोया संतुलन, बोली- ये डॉक्टर ढंग के नहीं, मेरे बच्चे का मरा बता रहे
बच्चे की मौत के बाद मां कोमल का भी दिमागी संतुलन बिगड़ गया है। सिविल अस्पताल में डॉक्टर ने बच्चे को मृत बताया तो मां उसे निजी अस्पताल ले गई, लेकिन वहां भी डॉक्टर ने उसे मृत बताया। कोमल सुधबुध खो चुकी थी। कहने लगी ये डॉक्टर ढंग के नहीं हैं। मेरे बच्चे को मरा बता रहे हैं। मैं अमृतसर बड़े डॉक्टर के पास लेकर जाऊंगी।
मेरी गोद में सोने की आदत है, अभी उठ जाएगा
मां कोमल अपने डेढ़ साल के बच्चे को रात तक गोद में लेकर बैठी रही। लोगों से यही कहती रही इसे मेरी गोद में सोने की आदत है, अभी उठ जाएगा।
अभिभावक बरतें सावधानी
- दो से पांच साल तक के बच्चों को टीवी ट्रॉली से दूर रखना चाहिए।
- बच्चे अक्सर टीवी ट्रॉली से झूलते हैं जिससे पलटने की संभावना रहती है।
- टीवी को जितना हो सके बच्चों की पहुंच से दूर रखना चाहिए।
- अगर बच्चा ऊंचाई पर चढ़ता है तो उसे रोकें, हेड इंजरी जान ले सकती है।