सर्वोच्च न्यायालय के तीन तलाक संबंधी निर्णय को बुद्धीजीवियों ने सराहा
शंकर कुमार, दीनानगर सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय बेंच द्वारा 3-2 के बहुमत से तीन तलाक पर
शंकर कुमार, दीनानगर
सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय बेंच द्वारा 3-2 के बहुमत से तीन तलाक पर रोक लगाने का शहर के बुद्धिजीवियों ने स्वागत किया है। समाज के सभी वर्ग के लोगों ने इस फैसले को सराहनीय करार दिया है। लोगों का कहना है कि तीन तलाक पर रोक से मुस्लिम समाज की महिलाओं की ¨जदगी ही बदल जाएगी। समाज सेवक राजेश गगन ने कहा कि मुस्लिम महिलाएं घरो में घुट-घुट कर जी रही थीं। किसी बात पर खुलकर विचार भी नहीं रख सकती थी। उन्हें हर समय पति के मुंह से तीन तलाक का डर लगा रहता था। जो महिलाएं इसकी शिकार हुई, उनकी ¨जदगी नरक बन गई। यदि सुलह से इनकी घर वापसी होती थी, तो वह और ज्यादा प्रताड़ित करने वाली थी। अब केंद्र सरकार छह महीने के अंदर इस सबंध में अच्छा कानून बनाए, ताकि मुस्लिम समाज की लाखों महिलाएं गर्व से जीवन व्यतीत कर सके।
उच्च न्यायालय का एतिहासिक फैसला-अजीत ¨सह
समाजसेवक अजित ¨सह ने कहा कि सर्वोच्च अदालत ने तीन तलाक के मुद्दे पर ऐतिहासिक फैसला दिया है। यह फैसला किसी की जय या पराजय का नहीं है। यह मुस्लिम महिलाओं के समानता के अधिकार और मूलभूत संवैधानिक अधिकार की विजय है।
फैसले के बाद नारी को मिला उच्च दर्जा-विक्रम सम्याल
¨प्रसिपल सर्वहितकारी विद्या मंदिर बेगोवाल विक्रम सम्याल ने कहा कि तीन तलाक पर पाबंदी सराहनीय कदम है। परमात्मा ने सभी धर्मो के नर और नारी को बराबर दर्जा दिया है। हमारी संस्कृति में नारी को पुरुष से ज्यादा महत्व दिया है, मुस्लिम महिलाओं को जिल्लत भरी ¨जदगी से राहत मिलेगी।
मुस्लिम महिलाओं पर कम होंगे अत्याचार-अल्का ठाकुर
चेयरपर्सन एएसआर इंटरनेशनल स्कूल अलका ठाकुर ने कहा कि तीन तलाक खत्म करने का फैसला देशहित में है। इससे मुस्लिम समाज की महिलाओं पर अत्याचार खत्म होगा। निर्दोष महिलाओं पर इस प्रथा की आड़ से जुल्म किए जाते थे।
केंद्र सरकार भी बनाएगी अच्छा कानून-जगतार ¨सह
चेयरमैन ब्लाक समिति दीनानगर जगतार ¨सह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने बहुमत से अच्छा फैसला दिया है। उम्मीद है कि अब इस सबंध में केंद्र सरकार भी अच्छा कानून बनाएगी। इससे मुस्लिम को समाज में इज्जत बढ़ेगी।
महिलाओं से खिलबाड़ होने से मिलेगी राहत-ज्योति त्रिखा
¨प्रसिपल एसएसएम स्कूल झंगीसरूप दास ज्योति त्रिखा ने कहा कि तीन तलाक के नाम पर महिला के साथ जबरदस्ती करना बहुत गलत है। इसकी आड़ में महिलाओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ हो रहा था। सुप्रीम कोर्ट ने बहुत अच्छा फैसला दिया है।
अब घर में डरकर नहीं रहेंगी मुस्लिम महिलाएं-अमरजीत ¨सह
जिला प्रधान इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स संगठन अमरजीत ¨सह ने कहा कि देश के अंदर समानता होनी जरूरी है। तीन तलाक के नाम पर मुस्लिम महिलाओं का जबरदस्त तरीके से शोषण हो रहा है। महिलाएं घर में डरकर रहती थीं कि कही पति तीन बार तलाक न कह दे।