शहीद लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह को नम आंखों से नमन
भारतीय सेना की 15 मराठा लाइट इन्फेंट्री यूनिट के अशोक चक्र विजेता शहीद लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह का आठवां श्रद्धांजलि समारोह सुबॉर्डिनेट सर्विसेज सिलेक्शन बोर्ड पंजाब के चेयरमैन रमन बहल की अध्यक्षता में सरकारी कॉलेज में स्थित शहीद के नाम पर बने स्टेडियम में आयोजित हुआ।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : भारतीय सेना की 15 मराठा लाइट इन्फेंट्री यूनिट के अशोक चक्र विजेता शहीद लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह का आठवां श्रद्धांजलि समारोह सुबॉर्डिनेट सर्विसेज सिलेक्शन बोर्ड पंजाब के चेयरमैन रमन बहल की अध्यक्षता में सरकारी कॉलेज में स्थित शहीद के नाम पर बने स्टेडियम में आयोजित हुआ। इसमें डीसी विपुल उज्जवल बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा शहीद के पिता कैप्टन जोगिदर सिंह, माता जगतिदर कौर, भाई संदीप सिंह, बहन नवजोत कौर, शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविदर सिंह विक्की, मेजर जनरल एसके खजूरिया, कांग्रेस लेबर सेल पंजाब के चेयरमैन गुरमीत सिंह पाहड़ा, जीओजी टीम के जिला मुखी बिग्रेडियर जीएस काहलों, जिला प्लानिग बोर्ड की पूर्व चेयरपर्सन नीलम महंत, कैप्टन अजय आनंद, कर्नल एनएस चीमा, कर्नल परितोष उपाध्य मेजर विनोद कुमार, कैप्टन नितिन, शहीद की यूनिट 15 मराठा के ऑनरेरी लेफ्टिनेंट जायंत चांदेकर, शहीद मेजर विवेक भंदराल के पिता कर्नल पीएस भंदराल, एसपी हेडक्वार्टर नवजोत सिंह संधू ,जय हिद सेवा क्लब के प्रधान नरेश कालिया आदि ने विशेष रूप में शामिल होकर शहीद की शहादत को नमन किया।
सर्वप्रथम सेना के जवानों ने शस्त्र उल्टे करके बिगुल की मातमी धुन के साथ शहीद को सलामी दी। शहीद के चित्र के समक्ष ज्योति प्रज्जवलित करने के उपरांत श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि डीसी विपुल उज्जवल ने कहा कि पंजाब शूरवीरों की धरती है। इसके कण कण में शहादत का जज्बा है। शहादतों की गौरवमयी परंपरा को बरकरार रखते हुए आठ साल पहले लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह ने अपना बलिदान देकर पूरे जिले का नाम देश भर में रोशन किया था। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन शहीद परिवारों की हर समस्या को प्राथमिकता के आधार पर हल करने हेतु वचनबद्ध है। कॉलेज के प्रिसिपल शिव दयाल व प्रो. सतनाम सिंह चौहान ने मेहमानों का धन्यवाद किया। मुख्यातिथि द्वारा शहीद के परिजनों सहित 30 अन्य शहीद परिवारों को शाल व स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया। इस अवसर पर कर्नल ओ उप्पल, सूबेदार मेजर शाम सिंह, कैप्टन रछपाल सिंह, कैप्टन काबिल सिंह, कैप्टन सरदूल सिंह, सूबेदार मेजर दलजीत सिंह, विजय चांडल, सूबेदार त्रिलोक सिंह, सूबेदार ईश्वर सिंह, नायब सूबेदार अशोक कुमार, मेजर हरजिदर सिंह, रमन कुमार, सूरज कुमार, अमित कुमार, मिलन कुमार, पार्षद गोल्डी, जतिदर परदेसी, हंसराज, सतपाल अत्री, सूबेदार दर्शन सिंह, जोगिदर सिंह आदि उपस्थित थे।
आदर्श समाज की सृजना ही शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि : रमन बहल
एसएस बोर्ड के चेयरमैन रमन बहल ने कहा कि शहीदों ने हमारे आने वाले कल के लिए अपना आज कुर्बान कर दिया। उनके बलिदानों से हर देशवासी को प्रेरणा लेनी चाहिए। इन शहीदों की सोच पर पहरा देते हुए अपना हर काम ईमानदारी से करते हुए एक आदर्श व भ्रष्टाचार रहित समाज की सृजना कर इन शहीदों को नमन करें। आज देशवासी आजादी की जिस खुली फिजा में सांस ले रहे हैं, वे आजादी नवदीप जैसे रणबांकरों ने हमें विरासत में दी है। इसलिए इस विरासत को हर देशवासी संभालते हुए शहीदों के बालिदानों की गरिमा को बहाल रखें। शहीदों के बलिदानों से प्रेरणा ले युवा पीढ़ी : पाहड़ा
कांग्रेस लेबर सेल पंजाब के चेयरमैन गुरमीत सिंह पाहड़ा ने कहा कि शहीद नवदीप सिंह जैसे शूरवीर देश के गौरव हैं। इनके बलिदानों से युवा पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिए और समाज में फैली नशे जैसी नामुराद बीमारी को जड़ से खत्म करने का उन्हें संकल्प लेकर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए। शहीद को कहा गया है सच्चा संत : कुंवर विक्की
परिषद के महासचिव कुंवर रविदर विक्की ने कहा कि वह भूमि तीर्थ स्थान तुल्य होती है, जहां शहीदों की वीरगाथाएं सुनाईं जाती हैं। इसलिए शहीद को सच्चा संत सिपाही कहा गया है, क्योंकि कोई धर्म के नाम पर व कोई मजहब के नाम पर लड़ता है। मगर एक सैनिक सवा सौ करोड़ हिदुस्तानियों की सुरक्षा करते हुए अपना बलिदान देकर उस शपथ को पूरा कर जाता है, जो शपथ ट्रेनिग के अंतिम दिन तिरंगे को हाथ में लेकर एक सैनिक को दिलाई जाती है। उन्होंने कहा कि नवदीप सिंह जैसे जांबाजों की शहादत को पैसे के पैमाने से नहीं तोला जा सकता, क्योंकि ऐसे शूरवीर युवा पीढ़ी के रोल माडल हैं।