नई शिक्षा नीति पढ़ाई के बोझ से विद्यार्थियों को दिलाएगी छुटकारा : सुरेश गोयल
भारतीय संस्कृति और इतिहास के साथ बचों को जोड़ने और इसकी पढ़ाई के साथ जानकारी देने के लिए मोदी सरकार ने 34 वर्ष बाद नई राष्ट्रीय शिक्षा 2020 को मंजूरी देकर एक अभूतपूर्व निर्णय लिया है।
संवाद सूत्र, बटाला : भारतीय संस्कृति और इतिहास के साथ बच्चों को जोड़ने और इसकी पढ़ाई के साथ जानकारी देने के लिए मोदी सरकार ने 34 वर्ष बाद नई राष्ट्रीय शिक्षा 2020 को मंजूरी देकर एक अभूतपूर्व निर्णय लिया है। यह कहना है रेल सलाहकार बोर्ड के सदस्य और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व जिला उपाध्यक्ष सुरेश कुमार गोयल का।
उन्होंने कहा कि देश का भविष्य बच्चे जो हमेशा पढ़ाई को बोझ समझते थे, उन्हें इससे बहुत राहत मिलेगी। गोयल ने बताया कि अब नई नीति के अनुसार शिक्षा प्रणाली 5 3 3 4 की होगी और 10 2 प्रणाली समाप्त हो जाएगी तथा सिलेबस भी नया बनाया जाएगा। इससे पढ़ने वाले बच्चों को फायदे का होगा और उनके पूरे जीवन में लाभकारी साबित होगा। सुरेश गोयल ने शिक्षा नीति में आगे बताया कि इस शिक्षा पद्धति के लागू होने से परीक्षाओं का सिस्टम भी बदल कर सेमेस्टर सिस्टम हो जाएगा और पूरे देश में एक ही शिक्षा पद्धति रहेगी। देश की संस्कृति को समझाने के पांचवीं तक के बच्चों को मातृभाषा में पढ़ाना अनिवार्य होगा। इससे सभी देश की जड़ों के जुड़कर और अपने पूर्वजों के महान कार्यो से अवगत होकर अपने देश में रहकर इसके लिए कार्य करेंगे। गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार पिछले 6 वर्षो से भारत को विश्व गुरु बनाने के साथ साथ शक्तिशाली और आत्मनिर्भर बनाने के लिए दिन रात काम कर रही है। इसके परिणाम मिलने शुरू भी हो गए है। इस शिक्षा नीति 2020 के लागू होने से देश उन्नति के शिखरों तक दौड़ता हुआ पहुंचेगा।