होटल और मैरिज पैलेस नहीं खुलने से ही शराब ठेकेदारों को घाटा
भले ही पंजाब सरकार ने खजाना भरने के लिए शराब के ठेकों को खोलकर ठेकेदारों का कारोबार चला दिया है।
बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर
भले ही पंजाब सरकार ने खजाना भरने के लिए शराब के ठेकों को खोलकर ठेकेदारों का कारोबार चला दिया है। लेकिन आज भी ठेकेदारों का कारोबार पूरी तरह से ना चलने के कारण कारोबार प्रभावित है। इसका मुख्य कारण शहर के होटल और रेस्टोरेंट व मैरिज पैलेसों का ना खुलना है।
जिले में प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद 13 मई को शराब के ठेके खोल दिए गए। यह ठेके करीब 52 दिनों बाद खोले थे। पिछले साल की तुलना शराब के ठेके खुलने के बाद कम से कम 30 फीसद बिक्री कम हुई। उदाहरण के तौर पर अगर वर्ष 2019 में शराब के ठेकों पर बिक्री 100 फीसद थी जबकि वर्ष 2020 इसकी सेल घटकर 70 फीसद हो गई। इस वर्ष ठेकेदारों की सेल में करीब 30 फीसद का घाटा लगातार चल रहा है। यह घाटा तब ही पूरा हो सकता है जब मैरिज पैलेस और शराब के ठेकों के साथ चलने वाले अहातों को खोला जाए।
गुरदासपुर सिटी में ठेकेदारों ने मिलकर सिडीकेट बना दिया है। ठेकेदार सज्जन सिंह, विनोद कुमार राणा, चरणजीत सिंह, सूरज, रमेश कुमार सौरभ आदि का कहना है कि मैरिज पैलेस नहीं चलने के कारण ठेकेदारों को 15 से 20 फीसद का नुकसान उठाना पड़ रहा है। उनका कहना है कि मैरिज पैलेस खुलने से विवाह शादियों वह घर में कार्यक्रम के मौके पर लोग शराब खरीदते थे जो अब बंद है। उधर, गुरदासपुर के एक्साइज विभाग के ईटीओ लवजिदर सिंह का कहना है कि सरकारी आदेश आने के बाद ही मैरिज पैलेस में होटल रेस्टोरेंट खुलेंगे। यह प्रमाण सरकार स्तर से ही आएगा।