शूरवीरों की धरती पंजाब के कण-कण में शहादत का जज्बा
संवाद सहयोगी, दीनानगर भारतीय सेना की 10 जैक राइफल यूनिट के नायक अजय सलारिया का दूसरा श्
संवाद सहयोगी, दीनानगर
भारतीय सेना की 10 जैक राइफल यूनिट के नायक अजय सलारिया का दूसरा श्रद्धांजलि समारोह गांव दरशोपुर में शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष रिटायर्ड कर्नल सागर ¨सह सलारिया की अध्यक्षता में करवाया गया। जिसमें विधायक अमित विज बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा शहीद की माता किरण सलारिया, पिता रिटायर्ड कैप्टन रछपाल ¨सह, पत्नी निशा सलारिया, बहन नीरू सलारिया, परिषद के महासचिव कुंवर र¨वदर ¨सह विक्की, रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल जेएस ढिल्लो, शहीद की यूनिट के सूबेदार अरुण कुमार, नायब सूबेदार राम ¨सह, जिला साइंस सुपरवाइजर राजेश्वर सलारिया, इंडियन एक्स सर्विस मैन लीग पंजाब के उपाध्यक्ष कैप्टन फकीर ¨सह आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए। शहीद की प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित करने के उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि विधायक अमित विज ने कहा कि पंजाब शूरवीरों की धरती है, जिसके कण-कण में शहादत का जज्बा है तथा शहादतों की गौरवमयी परंपरा को बरकरार रखते हुए दो साल पहले नायक अजय सलारिया ने अपना बलिदान देकर सारे जिले का नाम देश भर में रोशन किया है। उन्होंने कहा कि शहादत का गौरव हर किसी के किस्मत में नहीं होता। यह जज्बा परिवारिक संस्कारों से पैदा होता है तथा मैं शहीद नायक अजय सलारिया के माता पिता को कोटि कोटि नमन करता हूं, जिन्होंने ऐसा सपूत राष्ट्र की बलिवेदी पर कुर्बान किया है। ऐसे रणबांकुरों की शहादत का मोल कोई शासन या प्रशासन अदा नहीं कर सकता। सिर्फ इनके परिवारों को उचित मान-सम्मान देकर हम इनका मनोबल बढ़ा सकते है। उन्होंने कहा कि शहीदों की याद में इस तरह के भव्य समारोह आयोजित करने का जो बीड़ा शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद ने उठाया है, इनका यह प्रयास समाज के बाकी लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने कहा कि शहीद परिवारों का मान-सम्मान कागजों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि इन परिवारों की हर समस्या को प्राथमिकता के आधार पर हल करते हुए हम दिल से इनका सम्मान कर सकते है। उन्होंने कहा कि हमारे जांबाज सैनिक जिन कठिन परिस्थितियों में अपनी डयूटी देते है, उसकी मिसाल अन्य कहीं नहीं मिलती तथा इनके अदम्य साहस व शौर्य के सदके ही देशवासी आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे है। राष्ट्र ऋण चुकाने का सर्वोत्तम तरीका है आत्म बलिदान : ले. जनरल ढिल्लों
लेफ्टिनेंट जनरल जेएस ढिल्लों ने कहा कि राष्ट्र ऋण चुकाने का सर्वोत्तम तरीका है, आत्म बलिदान। जिस सैनिक के हिस्से में यह मुकाम आता है, उसका भारतीय सेना में भर्ती होने का सपना साकार हो जाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना विश्व की सबसे ताकतवर सेना है तथा इनकी शूरवीरता के समक्ष कोई भी दुश्मन इस देश की एकता व अखंडता को भंग करने की जुर्रत नहीं कर सकता। इस लिए सरकारों व समूह देशवासियों का यह फर्ज बनता है कि अपने शहीदों, पूर्व सैनिकों व शहीद परिवारों का सम्मान करें। रिटायर्ड कर्नल सागर ¨सह सलारिया ने कहा कि जिला पठानकोट व गुरदासपुर जिसने सबसे अधिक शहीद राष्ट्र की बलिवेदी पर कुर्बान किये है, मगर दुख का विषय है कि अपने लाडलों की शहादतों के बाद उनके परिवार दर-दर की ठोकरें खाने को विवश है। सरकार को चाहिए कि इन शहीद परिवारों के मान-सम्मान की बहाली हेतु कोई ठोस नीति बनाएं। तीर्थ स्थान तुल्य है शहीदों परिवारों के चरणों की धूलि :कुंवर विक्की
परिषद के महासचिव कुंवर र¨वदर ¨सह विक्की ने कहा कि जहां शहीदों की वीरगाथाएं गाई जाती हैं, वो स्थान पवित्र हो जाता है तथा शहीद परिवारों के चरणों की धूलि तीर्थ स्थान तुल्य है। जो इंसान इस धूलि से तिलक करता है, उसे 100 कुंभ नहाने का फल मिलता है। उन्होंने कहा कि शहीद नायक अजय सलारिया जैसे जांबाज सैनिक भारतीय सैना का गौरव हैं, इनके अमूल्य बलिदान से सेना के जवान व देश की भावी पीढ़ी हमेशा प्रेरणा लेती रहेगी। इस अवसर पर स्कूल के छात्रों द्वारा देशभक्ति पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया तथा मुख्यातिथि द्वारा शहीद के परिजनों सहित 16 अन्य शहीद परिवारों को स्मृतिचिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मा. करनेश महाजन, पार्षद बबली, कर्नल पी.एस भंदराल, ठाकुर तिलक कटोच, हंसराज, जसवीर ¨सह, पुरुषोत्तम कुमार, देसराज, शक्ति ¨सह, जगदीश राज, पूर्ण चंद, राजेश कुमार, सुख¨वदर ¨सह आदि उपस्थित थे।