हेरोइन के नशे में आर्किटेक्ट ने गंवा डाली जीवन भर की पूंजी
बेरोजगारी का शिकार होकर एक आर्टीटेक्ट हेरोइन जैसे खतरनाक नशे के चुंगल में फंस गया। जिसमें उसने लाखों रुपये इस नशे के पीछे उड़ा दिए। अब जबकि लॉक डाउन के कारण नशे की पूर्ति होना असंभव हो गया तो इस नौजवान ने इस नशे को हमेशा के लिए छोडऩे का मन बना लिया। यह आर्टीटेक्ट अब पिछले 12 दिन से रेड क्रास नशा छुड़ाओ कें
सुनील थानेवालिया, गुरदासपुर
बेरोजगारी का शिकार होकर एक आर्किटेक्ट हेरोइन जैसे नशे के चुंगल में फंस गया। लाखों रुपये उड़ा दिए। लॉकडाउन के कारण नशे की पूर्ति होना असंभव हो गया तो उसने नशे को हमेशा के लिए छोड़ने का मन बना लिया। उक्त आर्किटेक्ट अब पिछले 12 दिन से रेडक्रास नशा छुड़ाओ केंद्र गुरदासपुर में अपना इलाज करवा रहा है। इलाज के दौरान उसका सात किलो वजन भी बढ़ गया है।
अपनी दास्तां सुनाते हुए पीड़ित युवक ने बताया कि वह गुरदासपुर के अच्छे घराने से संबंध रखता है। दिल्ली में आर्किटेक्ट का काम करता है। कुछ समय पहले किन्हीं कारणों से उसकी नौकरी चली गई। वह घर लौट आया। घर आकर कुछ दिन बाद जब अपने दोस्तों से मिलने गया तो वह हेरोइन का नशा कर रहे थे जिन्होंने उसे भी नशा करने की पेशकश की।
उसने बताया कि पहले वह केवल शराब का नशा करता था जिसके चलते उसने हेरोइन लेने से मना किया। लेकिन दोस्तों के बार-बार कहने पर उसने जिदगी में पहली बार हेरोइन का नशा भी कर लिया। वह इस भयानक नशे का आदी होता चला गया। हेरोइन की एेंसी लत लगी कि 16 से 17 लाख रुपये नशे में उड़ा दिए।
उसने बताया कि श्रीनगर जाने वाले ट्रक चालकों से हेरोइन बड़ी आसानी से मिल जाती है। ट्रक ड्राइवरों द्वारा इन लोगों को माल आने पर फोन किया जाता है जिसके बाद वे सप्लाई लेते हैं। लॉकडाउन होने के बाद नशे की कीमतें एकदम बढ़ गईं। उसके लिए नशे की पूर्ति कर पाना असंभव हो गया। घर में लड़ाई झगड़ा भी रहने लगा। उसके भाई ने उसे नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद वह रेडक्रास नशा छुड़ाओ केंद्र में आकर भर्ती हो गया। उसने बताया कि पिछले 12 दिन से उसका वजन 75 से बढ़कर 82 किलो हो गया।
अब तक करीब एक लाख से अधिक नशेडि़यों का सफल इलाज: महाजन
नशा छुड़ाओ केंद्र के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रोमेश महाजन ने बताया कि उक्त आर्किटेक्ट पिछले 12 दिनों से केंद्र में इलाज करवा रहा है। जब वह आया था उसकी हालत काफी खराब थी लेकिन अब लगातार सुधार हो रहा है। महाजन ने बताया कि केंद्र में अब तक इनडोर व आउटडोर करीब एक लाख से अधिक नशेडि़यों का सफल इलाज किया जा चुका है।