आज से पैरलल ओपीडी सहित सिविल सर्जन दफ्तर का काम भी रहेगा ठप
सरकार द्वारा मांगें स्वीकार न करने के खफा हुए सरकारी डाक्टरों ने आरपार की लड़ाई शुरू कर दी है।
राजिदर कुमार, गुरदासपुर
सरकार द्वारा मांगें स्वीकार न करने के खफा हुए सरकारी डाक्टरों ने आरपार की लड़ाई शुरू कर दी है। डाक्टरों ने सोमवार से पैरलल ओपीडी सहित अन्य सेहत सेवाएं पहले की तरह बंद रखने की घोषणा कर दी है। इसी के साथ सिविल सर्जन दफ्तर का घेराव कर बंद कर दिया जाएगा। इस कारण सरकारी अस्पतालों में मरीजों को इलाज नहीं मिलेगा और सिविल सर्जन कार्यालय में बच्चों को टीके लगने सहित अन्य कार्य भी बाधित रहेंगे।
डाक्टरों द्वारा पहले शहर में रोष मार्च निकाला जाएगा, फिर सिविल सर्जन कार्यालय का घेराव किया जाएगा। हड़ताल सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक रहेगी। काबिलेजिक्र है कि नान प्रैक्टिस अलाउंस (एनपीए) कम किए जाने से नाराज सरकारी डाक्टरों की तरफ से पीसीएमएस एसोसिएशन के आह्वान पर लगातार हड़ताल की जा रही है। सेहत मंत्री बलवीर सिंह सिद्धू ने मोहाली में हुए राज्य स्तरीय धरने में शामिल होकर डाक्टरों को 30 जुलाई तक उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन 31 जुलाई तक सरकार की तरफ से उनकी मांगों को पूरा करने संबंधी कोई भी नोटिफिकेशन जारी करने या फिर कोई लिखित में नहीं देने से खफा डाक्टरों ने संघर्ष को तेज करने का फैसला किया है। इसके तहत एसोसिएशन ने सोमवार को पूर्ण रूप से ओपीडी समेत तमाम सेहत सेवाएं बंद करने के साथ-साथ सिविल सर्जन दफ्तर का घेराव कर उसे भी बंद करने का ऐलान किया है। इसके तहत सोमवार को फिर से सिविल अस्पतालों में सभी सेहत सेवाएं ठप रहेंगी और मरीजों को परेशानी झेलनी होगी।
पीसीएमएस एसोसिएशन के जिला प्रधान डा. लव कुमार हंस ने कहा कि सेहत मंत्री के भरोसे पर डाक्टरों की तरफ से उन्हें एक सप्ताह का समय दिया गया था, लेकिन सेहत मंत्री भी अपने वादे पर खरा नहीं उतर पाए। एसोसिएशन की स्टेट कमेटी द्वारा लिए गए फैसले के अनुसार हड़ताल पहले जैसे ही जारी रहेगी। सोमवार से बुधवार तक कोई सुविधा शुरू नहीं होगी। तीन दिनों के बाद प्रत्येक जिले से पांच डाक्टर डायरेक्टर कार्यालय चंडीगढ़ का कार्यालय बंद करवाने के लिए जाएंगे। ये काम होंगे प्रभावित
जिले में सिविल सर्जन कार्यालय व सभी सरकारी अस्पताल बंद रहने से दिव्यांग सर्टिफिकेट, जनरल मेडिकल, आयुष्मान कार्ड, ओपीडी, सरकारी डिस्पेंसरी, ब्लड टेस्टिग लैब, एक्स-रे, असलहा लाइसेंस, ड्राइविग लाइसेंस, क्लेरिकल काम, इलेक्टिव सर्जरी सहित कई काम प्रभावित होंगे। इमरजेंसी, वैक्सीन व कोविड सैंपलिग चालू रहेगी
डाक्टरों की हड़ताल के दौरान अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं बहाल रहेंगे। इसके अलावा कोविड वैक्सीन व सैंपलिग का काम भी जारी रहेगा। ताकि यहां इमरजेंसी मरीजों को परेशानी न हो सके और कोरोना की रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन व सैंपलिग का काम रुटीन से चालू रह सके। लोगों को सलाह
आज डाक्टरों की सभी सरकारी अस्पतालों में हड़ताल है। इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर शेष सभी बंद है। इसलिए अगर इमरजेंसी हो या फिर वैक्सीन व सैंपलिग करवानी हो, तभी अस्पतालों में जाएं, क्योंकि बाकी अन्य कोई सुविधा अस्पतालों में नहीं मिलेगी।