भगवान श्रीराम ने बाली का किया वध
श्री कौशल नंदन रामलीला कमेटी की ओर से नगर कौंसिल के मैदान में की जा रही रामलीला की 11वीं संध्या में कलाकारों ने श्रीराम-सुग्रीव मित्रता और बाली वध का मंचन किया।
संवाद सहयोगी, कादियां : श्री कौशल नंदन रामलीला कमेटी की ओर से नगर कौंसिल के मैदान में की जा रही रामलीला की 11वीं संध्या में कलाकारों ने श्रीराम-सुग्रीव मित्रता और बाली वध का मंचन किया। इसमें भगवान राम और लक्ष्मण माता सीता को तलाशने वनों में घूमते हैं। इस दौरान उनकी भेंट सबरी से होती है, जो भगवान राम के दर्शन कर अपने आपको धन्य समझती हैं। सबरी उन्हें किसकिदा नरेश सुग्रीव के पास भेजती है।
श्रीराम व लक्ष्मण सुग्रीव के यहां पहुंचते हैं। सुग्रीव के सेनापति हनुमान जी भगवान राम से यहां आने का कारण पूछते हैं, तब रामचन्द्र जी बताते हैं कि हम वनों में वनवास के लिए आए हुए थे। यहां पर हमारी धर्मपत्नी सीता गायब हो गई है। यह सुनकर हनुमान जी कहते हैं कि लंकापति रावण एक नारी को उठाकर ले जा रहे थे। वहीं, हनुमान जी सुग्रीव से राम-लखन को मिलवाते हैं। इस बीच राम और सुग्रीव के बीच मित्रता होती है। रामचंद्र सुग्रीव को सारी बात बताते हैं और सुग्रीव भी अपनी पीड़ा सुनाते हैं तथा अपने भाई बाली के कृत्यों से परेशान होना बताते हैं। इस पर राम जी सुग्रीव को बाली से लड़ने के लिए कहते हैं। सुग्रीव व बाली के बीच घमासान युद्ध होता है, जिसमें रामचंद्र अपने बाण से बाली का वध कर देते हैं। इस मौके प्रधान केवल लुथरा, चेयरमैन नरेश्वर नीटा भनोट, डायरेकटर विजय कुमार, उपप्रधान विकास भनोट, महासचिव डिम्पल भनोट, कोषाध्यक्ष दीपक भनोट, रवि केहड़, गुरइकबाल सिंह माहल, नरेश कुमार प्रधान मंदिर श्री ठाकुद्वारा कमेटी, विशाल भनोट, सुनील भनोट, नवीन शर्मा, राज कुमार, पंकज, मोहित, अमित टैंट, मनोज डीजे, अमित, सचिन, विपन कुमार, शाम लाल, गुरमुख बाजवा, रूप लाल, अजय कुमार, रिकू, साहिल, प्रदीप कुमार, संदीप खोसला, सुरिन्द्र भाटिया, अशोक कुमार, देवांश, मानव, वरिन्द्र प्रभाकर, अमित कुमार, दीपक लड्डा, संजीव भनोट व अन्य मौजूद थे।