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प्रमोशन कोटे को सीमित करने पर अध्यापकों ने जताई निराशा

सरकारी स्कूलों में सेकेंडरी विभाग के अधीन सेवा निभा रहे अध्यापकों की प्रमोशनों में देरी पर रोष जताया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 06:30 PM (IST)Updated: Sun, 31 May 2020 06:30 PM (IST)
प्रमोशन कोटे को सीमित करने पर अध्यापकों ने जताई निराशा
प्रमोशन कोटे को सीमित करने पर अध्यापकों ने जताई निराशा

संवाद सहयोगी, गुरदासपुर: सरकारी स्कूलों में सेकेंडरी विभाग के अधीन सेवा निभा रहे अध्यापकों की प्रमोशनों के कोटे को सीमित करने और सीएंडवी अध्यापकों की मास्टर केडर में प्रमोशनों की देरी संबंधी अध्यापक वर्ग ने निराशा जाहिर की।

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डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट पंजाब के जिलाध्यक्ष हरजिदर सिंह वडाला बांगर व जिला सचिव अमरजीत सिंह मनी ने कहा कि विभाग की गलत नीतियों के कारण अलग-अलग कैडरों के शिक्षक/मास्टर तरक्कियों की राह देखते-देखते सेवामुक्त हो रहे हैं। मास्टर केडर से प्रिसिपलों की प्रमोशनों संबंधी नेताओं ने बताया कि पिछले समय में बहुत ही थोड़ी संख्या में मास्टरों को प्रमोशन देकर मुख्य अध्यापक बनाया गया है। इसका मुख्य कारण पिछले कुछ वर्षों में मास्टर कैडर से मुख्य अध्यापकों की तरक्की के लिए तय किए गए कोटे में तब्दीली कर इसको 50 फीसदी तक सीमित कर दिया गया है। पहले प्रमोशन के जरिये 75 फीसदी और सीधी भर्ती से 25 फीसदी मुख्याध्यापक आते थे।

नेताओं ने कहा कि पंजाब के सेकेंडरी विभाग द्वारा अलग-अलग कैडरों की प्रमोशनों को कभी वरिष्ठता सूची व कभी कोर्ट केसों का बहाना बनाकर हमेशा ही लटकाया जा रहा है। इसी प्रकार विभाग द्वारा सीएंडवी कैडर (आर्ट एंड क्राफ्ट टीचर, पीटीआइ, म्यूजिक टीचर, सिलाई टीचर, संस्कृत टीचर आदि) से मास्टर कैडर की प्रमोशनों के लिए मार्च में मांगे गए केसों का निपटारा ना कर उनको भी नजरअंदाज किया जा रहा है। इस कैडर से मास्टर कैडर में तरक्की के लिए सिर्फ एक फीसदी का कोटा ही निर्धारित किया गया है।

उन्होंने मांग की कि सीएंडवी केडर से मास्टर के डर के कोटे को तर्क संगत ढंग से बढ़ाया जाए और इनकी प्रमोशनें तुरंत की जाए। इस मौके पर उपकार सिंह, डॉ. सतिदर सिंह, गुरदयाल चंद, वरगिस सलामत, जमीत राज, हरदीप राज, बलविदर कौर, सतनाम सिंह, सुखजिदर सिंह, रजिदर शर्मा, अमरजीत सिंह कोठ, दविदर सिंह के अलावा डेमोक्रेटिक मुलाजिम फेडरेशन प्रदेश नेता अमरजीत शास्त्री आदि मौजूद थे।


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