आसमान से बरस रही आग, पारा 42 डिग्री सेल्सियस पार
मई की शुरुआत में शांत रही गर्मी महीने के अंत में रुला रही है।
राजिदर कुमार, गुरदासपुर
मई की शुरुआत में शांत रही गर्मी महीने के अंत में रुला रही है। दोपहर से शाम तक सूर्यदेव आग उगल रहे हैं। तेज तपिश सुबह आठ बजे से ही शुरू हो जाता है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सुबह नौ बजे से ही गर्म हवा का दौर शुरू हो गया था, जो दोपहर से तीन बजे तक भीषण तपिश के रूप में कायम रहा। लगातार भीषण गर्मी रहने से जनजीवन प्रभावित है। रिक्शा पर बैठकर एक-दो किमी का सफर किसी मुसीबत से कम नहीं है। अधिकतर कारोबार भी प्रभावित हैं। सड़क किनारे ढाबों पर दोपहर से शाम के मध्य वाहनों की कतारें लगी रहती हैं और ड्राइवर-क्लीनर छायादार स्थानों पर आराम फरमाते हैं। ऐसे मौसम में शीतल पेय पदार्थो की खासी मांग है।
कोरोना महामारी के कारण लगातार दो महीने जिले में कर्फ्यू लगा रहा। इस कारण सभी लोगों के कारोबार भी बंद हो गए थे और लोग अपने घरों में दुबक गए। अब बाजारों में फिर से मानो जैसे गर्मी का कर्फ्यू लग गया है। दुकानदार खाली हाथ ग्राहक के इंतजार में दुकानों पर बैठे रहते हैं। शाम को ही लोग घरों से बाहर निकलते हैं। लेकिन इस दौरान दुकानें बंद करने का समय हो जाता है। दुकानदारों का कारोबार मंदी के दौर में चला गया। शनिवार को बारिश के आसार
आने वाले तीन दिनों में पारा तीन से चार डिग्री बढ़ सकता है। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को तेज हवाएं और बारिश के आसार हैं। रविवार को भी सुबह से दोपहर तक मौसम ठंडा रहने का अनुमान है। इसके बाद फिर से गर्मी का प्रकोप तूल पकड़ लेगा। लू की चेतावनी
मौसम विभाग ने राज्य में लू चलने की चेतावनी दी है। हालांकि पहले लोग केवल मुंह पर मास्क पहनकर निकल रहे थे। अब गर्मी बढ़ने से ज्यादातर लोग अपनी निजी गाड़ियों से ही शहर में पहुंच रहे हैं। जो लोग शहर में दो पहिया वाहन या फिर पैदल आ रहे हैं वे भी अपने शरीर को पूरी तरह से कपड़े से ढक कर निकल रहे हैं। बच्चे और बुजुर्गो का लू का खतरा अधिक
डॉ. मनजिदर सिंह बब्बर के अनुसार यूं तो बेहद गर्म वातावरण में लगातार मेहनत का काम करते हुए किसी को भी लू लग सकती है। लेकिन तेज गर्मी में लू लगने का सबसे ज्यादा खतरा बच्चे और बुजुर्गो को रहता है। इनमें तापमान नियंत्रण का शारीरिक सिस्टम कमजोर होता है। बुढ़ापे में सारे अंग ही उस क्षमता के साथ काम नहीं कर पाते। इसके अतिरिक्त दिल के मरीज और अन्य दवाइयां खाने वाले लोगों को खतरा ज्यादा है। ऐसे करें लू से बचाव
-लू लगने पर पीड़ित को छायादार जगह पर कपड़े ढीले कर लिटाएं एवं हवा करें।
-प्याज का रस एवं जौ का आटा शरीर पर मलें।
-पानी की शरीर पर पट्टी करें।
-सफेद व हल्के रंग के कपड़े पहनें।
-भोजन करके और पानी पीकर बाहर निकलें। धूप में गमछा और तौलिया से सिर ढककर निकलें।