कोर्ट के बाहर शिवसेना नेता पर हमले की कोशिश, लगाए खालिस्तान ¨जदाबाद के नारे
पंजाबी गायक परमीश वर्मा पर गैंगस्टरों की ओर से किए गए हमले के बाद शिवसेना नेता रणदीप शर्मा द्वारा फेसबुक पर खालिस्तान व सिख भाईचारे के खिलाफ एतराजयोग्य टिप्पणी की गई थी। कुछ सिख संगठनों के लोगों द्वारा उसके खिलाफ थाना भैणी मियां खां में शिकायत दर्ज करवा गई थी।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर: पंजाबी गायक परमीश वर्मा पर गैंगस्टरों की ओर से किए गए हमले के बाद शिवसेना नेता रणदीप शर्मा द्वारा फेसबुक पर खालिस्तान व सिख भाईचारे के खिलाफ एतराजयोग्य टिप्पणी की गई थी। कुछ सिख संगठनों के लोगों द्वारा उसके खिलाफ थाना भैणी मियां खां में शिकायत दर्ज करवा गई थी। पुलिस ने रणदीप के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया था। बुधवार को पुलिस द्वारा उसे अदालत में पेश करने की सूचना मिलने पर कुछ खालिस्तानी समर्थक मौके पर पहुंच गए और शिवसेना नेता पर हमला करने का प्रयास किया। हालांकि पुलिस ने उन्हें सफल नहीं होने दिया, लेकिन खालिस्तानी समर्थकों द्वारा कोर्ट परिसर के बाहर पुलिस कर्मचारियों के सामने ही खालिस्तान ¨जदाबाद के नारे लगा गए।
गौरतलब है कि शिवसेना नेता रणदीप शर्मा द्वारा फेसबुक पर लाइव होकर खालिस्तान समर्थकों व सिख भाईचारे के खिलाफ टिप्पणी की गई थी। 16 अप्रैल को रणदीप के खिलाफ एफआइआर नंबर 22 में धारा 294, 298, 115, 505 व 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया। उसी रात पुलिस द्वारा रणदीप को गिरफ्तार भी कर लिया था, ताकि किसी तरह का माहौल खराब न हो। अदालत द्वारा रणदीप को दो मई तक जेल भेज दिया गया है।
बुधवार को भैणी मिया खां पुलिस द्वारा रणदीप को अदालत में पेश किया गया। इसकी सूचना मिलने पर कुछ खालिस्तानी समर्थक लोग भी अदालत में पहुंच गए। जैसे ही पुलिस रणदीप को लेकर अदालत में पेशी के बाद वापस लेकर जाने लगी तो उक्त लोगों ने उस पर हमला करने का प्रयास किया। हालांकि पहले से ही इसकी सूचना होने के कारण मौके पर तैनात भारी पुलिस बल द्वारा उक्त लोगों को हमला करने में सफल नहीं होने दिया गया।
पुलिस मूक दर्शक बनी रही देखती
इस दौरान खालिस्तानी समर्थकों द्वारा बिना पुलिस की परवाह किए अदालत परिसर के बाहर ही खालिस्तान ¨जदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए गए। इसके चलते कुछ समय के लिए स्थिति तनावपूर्ण बन गई और लोगों में भय नजर आने लगा। हैरानी की बात यह रही कि इस तरह से सरेआम अदालत में परिसर के बाहर खालिस्तान ¨जदाबाद के नारे लगाने के बावजूद पुलिस मूक दर्शक बनी देखती रही।
मामले की जांच की जाएगी : डीएसपी
मामले संबंधी डीएसपी गुरबंस ¨सह बैंस से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि मुझे उक्त मामले संबंधी कोई जानकारी नहीं है। मामले की जांच की जाएगी।