हेपेटाइटिस से बचने के लिए दूषित पानी नहीं पीएं
पीलिया बीमारी कई कारणों से होती है।
संवाद सहयोगी, बटाला : पीलिया बीमारी कई कारणों से होती है। इसमें हेपेटाइटिस ए और ई दूषित पानी पीने, गले सड़े फल खाने, मक्खियों द्वारा दूषित फलों और भोजन खाने के साथ, बिना हाथ धोए खाना खाने से फैलता है। हेपेटाइटिस की बीमारी से बचने संबंधी जानकारी देते हुए माता सुलखनी जी सिविल अस्पताल के एसएमओ और डॉक्टर संजीव भल्ला ने बताया कि काला पीलिया- हेपेटाइटिस बी और सी नसों के तरीकों का इस्तेमाल करने के साथ, दूषित खून चढ़ाने के साथ, दूषित सुई का इस्तेमाल करने के साथ तथा ग्रस्त मरीज के खून के संपर्क में आने के साथ फैलता है। उन बीमारी के लक्षणों के बारे में बताया कि बुखार और कमजोरी महसूस करना, भूख का ना लगना, पेशाब का पीलापन, जिगर खराब होना, जिगर का कैंसर होना इस रोग के मुख्य लक्षण है। डॉ. संजीव कुमार भल्ला ने कहा कि हेपेटाइटिस ए से बचने के लिए पीने का पानी उबालकर ठंडा करके पीएं, कुआं के पास लगे नल का पानी ना पीएं, गले सरे और ज्यादा पके फल ना खाएं। नहरों /तालाबों में कीटनाशक /डिब्बे ना धोए, क्योंकि इस तरह करने के साथ यह पानी इंसान के लिए इस्तेमाल करने योग्य नहीं रहता। हेपेटाइटिस बी और सी से बचने के लिए नशीले टीके का इस्तेमाल ना करें, सुई का इस्तेमाल ना करें समय-समय पर डॉक्टरी जांच करवाएं। सुरक्षित संभोग और निरोध का इस्तेमाल करें। जख्मों को खुला ना छोड़ें, मेलों में टैटू ना बनवाएं। डॉक्टर संजीव कुमार ने बताया कि यह बीमारी दूषित पानी की समस्याओं के होने से होता है। लोगों को अपील की है कि यह पानी की स्वच्छता के बारे खास ध्यान दिया जाए।