24 घंटे में दूसरी बड़ी चोरी, दुकान से 40 हजार उड़ाए
24 घंटे के भीतर थाना सिटी के क्षेत्र में चोरी की दूसरी बड़ी वारदात हुई है।
जागरण संवाददाता, बटाला : 24 घंटे के भीतर थाना सिटी के क्षेत्र में चोरी की दूसरी बड़ी वारदात हुई है। ऐसे में लोगों में चोर, लूटपाट करने वालों से खौफ बना है। शनिवार रात को डायमंड कालोनी में एक घर से सात सौ डालर और एक लाख रुपये चोरी हुए थे। पुलिस उस मामले को लेकर सुबह मामला दर्ज कर ही पाई थी कि जालंधर रोड पर स्थित जौहल अस्पताल के ठीक सामने मोटरसाइकिल मैकेनिक और सामान बेचने वाले की दुकान से रविवार रात को 40 हजार रुपये की चोरी हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने ठठियारी गेट के कपिल कुमार के बयान पर अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
कपिल कुमार के पड़ोसी सरबजीत सिंह की दुकान से एक जनवरी को ही अज्ञात चोरों ने दीवार तोड़कर सामान-नकदी मिलाकर लाख रुपये की चोरी की थी। उसका भी पुलिस सुराग नहीं लगा सकी है। इस बार अज्ञात चोरों ने सरबजीत सिंह की दुकान की दीवार फांद कर कपिल की दुकान से 40 हजार रुपये की चोरी कर ली। चोरी का पता दुकानदार को उस समय लगा, जब उसके जानकार ने फोन कर सूचित किया कि दुकान के ताले टूटे हुए हैं। वे तुरंत सोमवार सुबह नौ बजे दुकान पर गए। शटर खोलकर देखा तो गल्ले में रखे 40 हजार रुपये गायब थे। पुलिस ने पास में लगे सीसीटीवी कैमरा चेक किए, लेकिन कोई सुराग हाथ में नहीं लगा। शहर में बढ़ रही चोरी की वारदातों को देखते हुए पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। हैरान करने वाली बात यह सामने आई है कि शहर में सबसे अधिक थाना सिटी के अधीन चोरी, लूटपाट की वारदात हुई है। पुलिस ने मामले तो दर्ज किए हैं, मगर किसी चोरी और लूट को ट्रेस नहीं कर पाई। चोरी की वारदात के पीछे एक ही गिरोह के होने का अंदेशा
अंदेशा जताया जा रहा है कि एक माह के भीतर जितनी जगह चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया उनके पीछे एक ही गिरोह का हाथ है। हालांकि पुलिस ने इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की। इतना जरूर कहा कि वह आरोपितों को पकड़ने में जल्द सफल होगी। पुलिस रात को पड़ जाती है सुस्त
कुछ स्थानीय लोग रमेश कुमार, जतिदर सिंह, अरविदर सिंह, बलजीत कौर ने बताया कि रात को पुलिस सुस्त पड़ जाती है। जिन-जिन जगह पुलिस का नाका होता है, वहां पर पुलिस टीम रात को गायब नजर आती है। ऐसे में रात को लूटपाट, चोरी की वारदात को अंजाम देने वालों के हौसले बुलंद हो जाते हैं।