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शहीद कुलदीप नौजवानों के लिए बने प्रेरणास्त्रोत

जम्मू कश्मीर के डोडा सेक्टर के निडगांव क्षेत्र में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहादत का जाम पीने वाले भारतीय सेना की 6 डोगरा यूनिट के सिपाही कुलदीप कुमार का 17वां श्रद्धांजलि समारोह करवाया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Nov 2020 04:35 PM (IST)Updated: Mon, 09 Nov 2020 05:58 PM (IST)
शहीद कुलदीप नौजवानों के लिए बने प्रेरणास्त्रोत
शहीद कुलदीप नौजवानों के लिए बने प्रेरणास्त्रोत

संवाद सहयोगी, दीनानगर : जम्मू कश्मीर के डोडा सेक्टर के निडगांव क्षेत्र में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहादत का जाम पीने वाले भारतीय सेना की 6 डोगरा यूनिट के सिपाही कुलदीप कुमार का 17वां श्रद्धांजलि समारोह करवाया। समारोह इंडियन एक्स सर्विसमैन लीग के जिला उपाध्यक्ष सूबेदार शक्ति पठानिया की अध्यक्षता में गांव डीडा सैणियां में आयोजित किया गया। इसमें शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंद्र विक्की बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा शहीद की माता महिद्रो देवी, पिता बंत राम, भाई राजीव कुमार, पुलवामा हमले के शहीद कांस्टेबल मनिंद्र सिंह के पिता सतपाल अत्री, शहीद सिपाही जतिंद्र कुमार के पिता राजेश कुमार, शहीद सिपाही मक्खन सिंह के पिता हंस राज, महाराणा प्रताप यूथ क्लब सम्मूचक्क के प्रधान ठाकुर बाबू राम, माता ऊषा देवी आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

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सर्वप्रथम श्री सुखमणि साहिब पाठ का भोग डालते हुए रागी जत्थे ने वैरागमयी कीर्तन द्वारा शहीद को नमन किया। कुंवर रविंद्र विक्की ने कहा कि शहीद सिपाही कुलदीप कुमार जैसे अमर बलिदानियों की बदौलत ही आज राष्ट्र की एकता व अखंडता बरकरार है। जिन्होंने 22 वर्ष की अल्पायु में वीरता की जो मिसाल कायम की वह देश की भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने कहा कि जिस घर का चिराग वतन पर कुर्बान हो जाता है, वह परिवार एक जिदा लाश बनकर रह जाता है। ऐसे में सरकारों के साथ साथ समाज के अन्य लोगों का यह फर्ज बनता है कि इन शहीद परिवारों को उचित मान सम्मान देकर इनका मनोबल बढ़ाएं।

शहीदी कार्यक्रमों से बढ़ता है शहीद परिवारों का मनोबल : अत्री

शहीद कांस्टेबल मनिंद्र सिंह के पिता सतपाल अत्री ने कहा कि शहीदों की याद में आयोजित होने वाले समारोहों में शामिल होने से शहीद परिवारों का मनोबल बढ़ता है। अगर उन्हें शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के सदस्यों का साथ न मिलता तो शायद अपना बेटा पुलवामा हमले में खोने के बाद वे जिदा नहीं रह पाते। इस अवसर पर मुख्यातिथ द्वारा शहीद के परिजनों सहित 10 अन्य शहीद परिवारों को शाल भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सरपंच ठाकुर कुलदीप सिंह, पूर्व सरपंच राम किशन, पूर्व सरपंच स्वर्ण सिंह सम्मूचक्क, प्रेम सिंह, काला राम, महिन्द्र पाल, बलविंद्र सिंह, मीनू बाला, जसवंत सिंह, सुखविन्द्र सिंह, पवन कुमार, योगेश कुमार आदि उपस्थित थे।


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