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मासूम के चेहरे पर मुस्कान ला रहे रोमेश महाजन

पिछले छह साल से नाबालिग बचों की सहायता व शोषण को रोकने के लिए हेल्पलाइन 1098 व भलाई कौंसिल के माध्यम से रोमेश महाजन कई बचों को नई जिदगी प्रदान कर चुके हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 Jan 2020 07:26 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 06:09 AM (IST)
मासूम के चेहरे पर मुस्कान ला रहे रोमेश महाजन
मासूम के चेहरे पर मुस्कान ला रहे रोमेश महाजन

सुनील थानेवालिया, गुरदासपुर

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पिछले छह साल से नाबालिग बच्चों की सहायता व शोषण को रोकने के लिए हेल्पलाइन 1098 व भलाई कौंसिल के माध्यम से रोमेश महाजन कई बच्चों को नई जिदगी प्रदान कर चुके हैं। समाज सेवा और बच्चों के लिए किए जा रहे सराहनीय कार्यो के कारण महाजन कई बार सम्मानित हो चुके है। वहीं समाज में अपनी एक अलग पहचान भी बना चुके हैं।

चाइल्ड लाइन इंडिया के प्रोजेक्ट के तहत गुरदासपुर में चलाई जा रही 1098 हेल्पलाइन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर व बाल भलाई कौंसिल के ऑनरेरी सचिव रोमेश महाजन ने बताया कि वे पिछले लंबे समय से समाज सेवा व बच्चों के शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि 1098 हेल्पलाइन 2013 को गुरदासपुर जिले में शुरू की गई। इसमें अब तक 1863 केसों का निपटारा कर कई बच्चों को नया जीवन दिया गया। किस मामले से संबंधित कितने केस

-चाइल्ड लेबर- 166 केस

-बच्चों को पाठ्य सामग्री, पेंशन व अन्य सुविधाओं संबंधी-808 केस

-अनाथ बच्चों को आश्रम में पहुंचाने संबंधी-50 केस

-मारपीट व शोषण संबंधी-402 केस

-गुमशुदगी संबंधी-57 केस

-माता-पिता के शोषण के शिकार संबंधी-194 केस

-मेडिकल व सेहत सुविधाओं संबंधी-138 केस

-गरीब बच्चों को खाना खिलाना व अन्य सुविधाएं देने संबंधी-48 केस

कैसे होता है काम

रोमेश महाजन ने बताया कि बच्चों पर होने वाले शोषण को रोकने के लिए उन्होंने 1098 हेल्पलाइन नंबर जारी किया हुआ है। इसमें कोई भी शिकायत आने पर तुरंत कार्रवाई की जाती है। उनकी टीम जिला प्रशासन का सहयोग लेकर तुरंत मौके पर पहुंच कर कार्रवाई करती है। कुछ केसों में यहां लोगों को समझाया जाता है। वहीं गंभीर मामलों में पर्चे भी दर्ज करवाए जाते है। नाबालिग की रुकवाई शादी, अब कर रही पीसीएस की तैयारी

महाजन ने बताया कि 2014 में उन्होंने बटाला में दो नाबालिग लड़कियों की शादी रुकवाई थी। इसमें से एक 13 साल की लड़की की शादी करवाई जा रही थी। उसकी शादी रुकवा कर जब डीसी से मिलवाया गया तो लड़की ने कहा कि वह भी बड़ी होकर डीसी बनेगी। इसके बाद उसे नारी निकेतन जालंधर भेजा गया। यहां पर वह पढ़ाई में काफी अच्छी थी। इस समय वह चंडीगढ़ में पीसीएस की तैयारी कर रही है। इसी तरह काहनूवान के गांव फेरोचेची में मां की मौत के बाद नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म करने वाले पिता व दादा के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया। बच्चों को दिलाई जा रही सुविधाएं

महाजन ने बताया कि चाइल्ड लाइन हेल्पलाइन और बाल भलाई कौंसिल की ओर से गांव रामनगर में झुग्गी झोपड़ी के बच्चों को भीख मांगने से हटाकर वहां पर एक स्कूल खोला गया है। यहां पर 35 बच्चें पढ़ाई कर रहे हैं, जिन्हें मुफ्त खाना व मेडिकल सुविधाएं भी दी जा रही हैं। इसी तरह गांव भुल्लेचक्क में ईट-भट्ठे पर रहने वाले बच्चों के लिए इवनिग स्कूल चलाया जा रहा है। यहां पर 30 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। केंद्रीय जेल गुरदासपुर में अपनी मां के साथ बंद छोटे बच्चों के लिए क्रच सेंटर चलाया जा रहा है, जिसमें छह बच्चे पढ़ाई करते हैं।


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