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डीसी के आश्वासन के बाद स्थगित हुई पंजाब रोडवेज कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन की हड़ताल

मंगलवार को पंजाब रोडवेज पनबस कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन के सदस्यों की ओर से प्रदेश स्तरीय हड़ताल का आयोजन प्रदेश प्रधान रेशम ¨सह गिल की अध्यक्षता में स्थानीय पनियाड़ बाइपास में आयोजित हुई, जिसमें प्रदेश भर के 18 डिपो से आए हुए करीब एक हजार कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन के सदस्यों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Jul 2018 05:37 PM (IST)Updated: Tue, 17 Jul 2018 05:37 PM (IST)
डीसी के आश्वासन के बाद स्थगित हुई पंजाब रोडवेज कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन की हड़ताल
डीसी के आश्वासन के बाद स्थगित हुई पंजाब रोडवेज कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन की हड़ताल

संवाद सहयोगी, दीनानगर : मंगलवार को पंजाब रोडवेज पनबस कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन के सदस्यों की ओर से प्रदेश स्तरीय हड़ताल का आयोजन प्रदेश प्रधान रेशम ¨सह गिल की अध्यक्षता में स्थानीय पनियाड़ बाइपास में आयोजित हुई, जिसमें प्रदेश भर के 18 डिपो से आए हुए करीब एक हजार कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन के सदस्यों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। हड़ताल के दौरान वर्कर्स यूनियन की ओर से ट्रांसपोर्ट मंत्री अरुणा चौधरी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।

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जानकारी देते हुए प्रदेश प्रधान रेशम ¨सह गिल ने बताया कि वह पिछले लंबे से अपनी जायज मांगों के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक उनकी मांगों को विभाग की ओर से लंबित रखा गया है, जिसके फलस्वरूप उन्हें संघर्ष का रास्ता अपनाने की जरूरत पड़ी है। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष उनके द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करवाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले लंबे समय से अपनी मांगों के लिए संघर्ष कर रही रहे यूनियन की मांगों को और किसी भी सरकार और मैनेजमेंट की ओर से ध्यान नहीं कि दिया गया और ना ही उनकी मांगों को सभी कार्य करने में समर्थ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज महंगाई के युग में पनबस मुलाजिमों को मात्र 9500 कंडक्टर, 10500 ड्राइवर व 9500 स्टाफ वर्कशॉप वर्कर्स को दिया जाता है। उन्होंने कहा कि 12 से 16 घंटे की इस सख्त ड्यूटी में ना केवल उनका शारीरिक शोषण किया जा रहा है बल्कि मानसिक रूप से भी व शोषित हो रहे हैं और उन्हें आर्थिक मंदहाली की ओर धकेला जा रहा है।

इस मौके पर प्रदेश सरपरस्त कमल कुमार, प्रदेश चेयरमैन परमजीत ¨सह, प्रदेश जनरल सचिव बलजीत ¨सह, सीनियर उपप्रधान जोध ¨सह, प्रदेश कोषाध्यक्ष बल¨जदर ¨सह, पठानकोट प्रधान जो¨गदर ¨सह, सचिव कमल सहित अन्य दीपू और प्रदेश कमेटी के लीडरशिप व वर्कर उपस्थित थे।

क्या हैं मुख्य मांगे

1.सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों के तहत बराबर काम बराबर वेतन के तहत उन्हें वेतन जारी किया जाए।

2. लंबे समय में विभाग में तैनात कॉन्ट्रैक्ट बेस पर मुलाजिमों को पक्का किया जाए।

3. पनबस कर्मियों को बनते अनुपात में रोडवेज में मर्ज किया जाए।

4. सरकारी कर्मियों की भर्ती उन्हें हर प्रकार की सुविधा विभाग की ओर से दी जाए।

5. जनवरी 2007 से अब तक बस में कार्यरत कर्मियों को अनुभव के आधार पर पक्का किया जाए।

25 जत्थेबंदियों ने दिया सहयोग

हड़ताल के दौरान विभिन्न 25 जत्थेबंदियों ने पंजाब रोडवेज पनबस कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन के सदस्यों को सहयोग किया, जिसमें मुख्य रूप से पीआरटीसी रोडवेज यूनियन, टीचर्स यूनियन, आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन, पेंशनर्स यूनियन, कामरेड वर्कर्स यूनियन, मजदूर यूनियन, कीरत किसान यूनियन, शिक्षा शिक्षा प्रोवाइडर यूनियन, जल सप्लाई व सैनिटेशन यूनियन आदि ने पूर्ण रूप से सहयोग किया।

यूनियन के सदस्यों ने रोकी रोडवेज की बसें, सवारियां हुई परेशान

मंगलवार को पंजाब रोडवेज कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन के सदस्यों की ओर से की गई हड़ताल के दौरान सुबह रोडवेज कर्मियों ने रोडवेज की बसों को रोक दिया, जिसके चलते रोडवेज की बसों में सफर कर रही लगभग 500 से अधिक सवारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। जिसके चलते उन्हें अतिरिक्त किराया खर्च करके निजी बसों में सफर करके अपने गंतव्य की ओर बढ़ना पड़ा। ऐसे में कई यात्री रोडवेज यूनियन के सदस्यों से उलझते हुए भी देखे गए।


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