नशा तस्करों को सजा-ए-मौत का प्रस्ताव सराहनीय : हिन्दू सुरक्षा समिति
पंजाब में नशे की वजह से लगातार हो रही मौतों को गंभीरता से लेते हुए पंजाब सरकार द्वारा मंत्रिमंडल के माध्यम से नशे के सौदागरो के लिए सजा-ए-मौत के प्रस्ताव पर मोहर लगा दी गई है।
संवाद सहयोगी, दीनानगर : पंजाब में नशे की वजह से लगातार हो रही मौतों को गंभीरता से लेते हुए पंजाब सरकार द्वारा मंत्रिमंडल के माध्यम से नशे के सौदागरो के लिए सजा-ए-मौत के प्रस्ताव पर मोहर लगा दी गई है। नशे के कारण पिछले एक महीने में लगातार करीब 40 मौतें हो चुकी हैं। इससे विपक्ष के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी पंजाब सरकार की नशे को लेकर की जा रही कार्रवाई पर उंगली उठनी शुरू हो गई है । लोगों द्वारा भी अपने स्तर पर नशा सप्लायरों को पकड़ कर उन्हें पीटने के मामले सामने आ रहे हैं। इस पर पंजाब सरकार ने भी नशा व नशा तस्करों पर नकेल कसने की कवायद करते हुए सख्ती बरतने के लिए कैबिनेट बैठक में उक्त प्रस्ताव को पास कर दिया है। नशा के सौदागरों के बारे में शहर के विभिन्न गण्यमान्यों की प्रतिक्रिया लेकर उनका पक्ष जाना ।
नशा तस्करों पर बनेगा दबाव : अग्निहोत्री
हिन्दू सुरक्षा समिति पंजाब उपप्रधान व प्रचारक श्री हिन्दू तख्त डॉ. हरिदेव अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार का यह प्रस्ताव बहुत सराहनीय है। नशे की वजह से प्रदेश के कई नौजवान अपनी जान गंवा चुके हैं। पिछले दिनों के आंकड़े देखे जाएं, तो नशे के कारण एक महीने में ही करीब 40 घरों के चिराग मौत की आगोश में समा चुके हैं। सजा-ए-मौत का कानून पास होने से नशा तस्करों के मनों में भी डर बनेगा। वहीं इस मामले में पुलिस को भी अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से निभानी चाहिए। पूरी पड़ताल करने के बाद ऐसे नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी सजा का प्रावधान होना ही चाहिए । जो युवा नशा के आदि हो चुके है उन युवाओं को नशा से मुक्त करने के लिए समाज के सभी लोग मिलकर काम करना होगा ।
पुलिस करे ठोस कार्रवाई : नरिंदर
अधिवक्ता न¨रदर कुमार ने कहा कि नशे के खिलाफ सरकार का यह फैसला सही है। मगर, अक्सर सारी कार्रवाई निम्न स्तर पर ही रह जाती है। नशे को खत्म करने के लिए पुलिस व प्रशासन को ठोस कार्रवाई करने की जरूरत है। नशे से कई नौजवानों की मौत होने सहित कई घरों के इकलौते चिराग बुझ गए हैं। वहीं कई बार यह भी देखने में आता है कि एक-दूसरे पर नशा बेचने की झूठी शिकायत दर्ज करवा दी जाती है। ऐसे मामलों में पुलिस को पूरी जांच के बाद ही कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं नशे को खत्म करने के लिए सजा-ए-मौत का प्रावधान होना ही चाहिए।
बड़े तस्करों पर नकेल कसें : राकेश
व्यापारी राकेश महाजन का कहना है कि सरकार का यह फैसला बिल्कुल सही है। ऐसे सख्त कानून लागू करने से ही प्रदेश को नशामुक्त बनाया जा सकता है। नशे के खात्मे के लिए पुलिस को चेन सिस्टम बनाना चाहिए। अगर नशा सेवन करने वाले किसी व्यक्ति से नशा पकड़ा जाता है, तो उससे यह पता करना चाहिए कि उसने उसे कहां से खरीदा है। ऐसे करने से पुलिस बड़े तस्करों को पकड़ने में सफलता हासिल कर सकती है। ऐसे लोगों को सजा-ए-मौत मिलनी ही चाहिए।
सरकार के कदम का स्वागत : अमरजीत
ह्यूमन राइट्स संगठन के जिला प्रधान अमरजीत ¨सह ने कहा कि सरकार द्वारा नशे के खात्मे के लिए उठाए जाने वाले कदम का हम स्वागत करते हैं। मगर, अक्सर ऐसे मामलों में सारी कार्रवाई महज छोटे-मोटे तस्करों तक ही सीमित रह जाती है। अगर सही मायनों में नशा खत्म करना है, तो बड़े तस्करों पर ऐसी कार्रवाई करनी बहुत जरूरी हो गई है। देखा जा रहा है कि युवकों के साथ-साथ कई युवतियां भी नशे की दलदल में धंस चुकी हैं। कई नौजवान नशे के कारण अपनी जान गवां चुके हैं। नशे को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस चेन सिस्टम बना कर बड़े तस्करों पर कार्रवाई करे, तभी बात बनेगी।