गुरुद्वारा अंगीठा साहिब में सुखबीर का विरोध, कार्यक्रम बीच में छोड़कर जाना पड़ा
संत बाबा हजारा सिंह निक्का की याद में गुरुद्वारा अंगीठा साहिब में आयोजित कार्यक्रम में सुखबीर बादल को विरोध का सामना करना पड़ा। इसके कारण उन्हें कार्यक्रम छोड़कर जाना पड़ा।
जेएनएन, धारीवाल/कलानौर (गुरदासपुर)। संत बाबा हजारा सिंह निक्के घुम्मणा वालों की याद में गुरुद्वारा अंगीठा साहिब में तीन दिवसीय बरसी कार्यक्रम के दूसरे दिन हंगामा हो गया। कार्यक्रम में विशेष तौर पर शिअद प्रधान व पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल, पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया, अकाली दल के जिला प्रधान गुरबचन सिंह बब्बेहाली व अन्य अकाली नेता पहुंचे थे। इस दौरान संगत ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी, बरगाड़ी कांड व बहिबल कलां कांड के रोष में अकाली दल के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर सुखबीर व अन्य अकाली नेताओं को कार्यक्रम से जाना पड़ा।
गुरुद्वारा अंगीठा साहिब में अकाली नेता पहुंचे थे। मुख्य सेवादार बुद्ध सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस सिख विरोधी पार्टी है। कांग्रेस ने ही श्री दरबार साहिब में टैंकों से हमला करवाया था। सिखों पर कांग्रेस ने अत्याचार किए, जबकि शिरोमणि अकाली दल ही सिखों का हित चाहने वाली पार्टी है। कुछ गर्मख्याली कांग्रेस की शह पर शिअद को बदनाम कर रहे हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बुद्ध सिंह ने कहा कि संत बाबा हजारा सिंह जी की याद में तत्कालीन बादल सरकार ने 15 अक्टूबर को जिले में सरकारी छुट्टी का एलान किया था, मगर कांग्रेस सरकार ने इसे रद कर दिया है। इसके बाद बुद्ध सिंह ने सुखबीर बादल को मंच पर बुलाया। सुखबीर ने जैसे ही संबोधन शुरू किया, वहां हंगामा शुरू हो गया। लोग उठकर जाने लगे। इस पर सुखबीर को वहां से जाना पड़ा। सुरक्षा कर्मियों ने कड़ी मशक्कत कर सभी अकाली नेताओं को बाहर निकाला।
समागम में सुखबीर बादल का संगत की ओर से विरोध करने का वीडियो वायरल हो गया है। वीडियो में गर्मख्याली कह रहे हैं कि माझा वालों को भी बरगाड़ी कांड के रोष में जागना चाहिए।