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लग्जरी कार चोरी मामलाः केंद्रीय जेल अमृतसर से दो आरोपितों को तीन दिन के प्रोडक्शन वारंट पर लाई पुलिस

ग्जरी कार चोरी मामले में जिला सिविल लाइन पुलिस दो आरोपितों को केंद्रीय जेल अमृतसर से तीन दिन के प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है। एक माह पूर्व इन्हें जिला अमृतसर पुलिस ने कार चोरी करने के मामले में गिरफ्तार किया था।

By Vipin KumarEdited By: Published: Tue, 10 Nov 2020 03:20 PM (IST)Updated: Tue, 10 Nov 2020 03:20 PM (IST)
लग्जरी कार चोरी मामलाः केंद्रीय जेल अमृतसर से दो आरोपितों को तीन दिन के प्रोडक्शन वारंट पर लाई पुलिस
जिला सिविल लाइन पुलिस दो आरोपितों को केंद्रीय जेल अमृतसर से तीन दिन के प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है।

बटाला, जेएनएन। लग्जरी कार चोरी मामले में जिला सिविल लाइन पुलिस दो आरोपितों को केंद्रीय जेल अमृतसर से तीन दिन के प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है। इनकी पहचान जोबन मसीह, गुरचरण चन्ना निवासी बटाला के तौर पर हुई। एक माह पूर्व इन्हें जिला अमृतसर पुलिस ने कार चोरी करने के मामले में गिरफ्तार किया था। सीआइए स्टाफ की पूछताछ में पिछले दिनों पकड़े गए आरोपितों ने कबूला था कि उनके साथ यह दोनों भी लग्जरी कार चुराते थे। दरअसल, पिछले दिनों पुलिस ने चोरी की कारें बेचने वाले एक गैंग का जिला पुलिस ने पर्दाफाश किया। इनके कब्जे से चार कारें (दो स्कार्पियों, एक जीप कमपस, एक वरना, 1

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बोलेरो) , 2 रायफल 12 बोर समेत 2 जिंदा रौंद, एक रिवालवर 32 बोर, 1 पिस्टल 32 बोर सहित 23 जिंदा रौंद तथा 2.55 लाख रुपये भारतीय मुद्रा बरामद की।

गिरफ्तार आरोपितों की पहचान गुरप्रीत सिंह गोपी पुत्र सेवा सिंह निवासी गांव कोठे हालिया निवासी करतार नगर, बटाला, बलजीत सिंह पुत्र गुरबच्चन सिंह गांव फतेहगढ़ निआढ़ा हालिया निवासी मोहल्ला दशमेश नगर, गली नंबर-11, मकान नंबर-2, थाना माडल टाउन, जिला होशियारपुर, दीपक कुमार पुत्र शिव कुमार निवासी मकान नंबर-328, गुरु नानक नगर, जिला होशियारपुर के तौर पर हुई। पुलिस ने पकड़े गए आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के अधीन थाना सिविल लाइन में मामला दर्ज कर लिया था। पूछपाछ में प्रोडक्शन वारंट पर लाए आरोपितों ने कबूला की कि उन्होंने पूरे पंजाब में नेटवर्क बनाया था।

पंजाब के इलावा हरियाणा के कई जिलों में लग्जरी कारें चोरी की थी। किसी प्रकार की कोई आशंका न रहे इसलिए चोरी की कारें मोहाली के पास एक गोदाम में रखी जाती थी। बाद में इनकी नंबर प्लेट उतार कर फर्जी नंबर लगा देते थे। कार को बेचने में जिला होशियारपुर का रहने वाला दीपक कुमार मदद करता था।


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