कोरोना महामारी के दौरान डेंगू को नजरअंदाज न करें : डा. भल्ला
कोरोना महामारी के दौरान डेंगू को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
संवाद सूत्र, बटाला : कोरोना महामारी के दौरान डेंगू को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। इससे गंभीर लापरवाही हो सकती है। पंजाब सरकार और स्वास्थ्य विभाग को डेंगू के उन्मूलन के लिए किए जा रहे प्रयासों में सहयोग करना चाहिए।
यह अपील करते हुए सिविल अस्पताल के एसएमओ डा. संजीव कुमार भल्ला ने कहा कि कूलर, गमले और फ्रिज की ट्रे में खड़े पानी को सप्ताह में एक बार साफ और सुखाया जाना चाहिए। कपड़ों से शरीर को पूरी तरह ढंकना चाहिए, ताकि आप मच्छरों द्वारा काटे न जाएं। डा. भल्ला ने कहा, कि डेंगू के लक्षण तेज बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, त्वचा पर चकते, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, मसूड़ों से खून आना और नाक बहना हैं। उन्होंने कहा, कि यदि रक्तस्त्राव हो या प्लेटलेट कोशिकाओं की संख्या 20,000 से कम हो तो डेंगू के लिए प्लेटलेट कोशिकाओं की आवश्यकता होती है। डा. भल्ला ने कहा, कि सोते समय मच्छरदानी, मच्छर भगाने वाली क्रीम और तेल का इस्तेमाल कर सकता हैं। बुखार होने की स्थिति में एस्पिरिन और इबुप्रोफेन न लें। डाक्टर की सलाह पर उपचार करना चाहिए। छतों पर पानी की टंकियों के ढक्कन को कसकर बंद रखना चाहिए और टूटे हुए बर्तन, ड्रम, टायर आदि को खुला नहीं छोड़ना चाहिए। डेंगू का मच्छर एक हफ्ते में एक अंडे से पूरी तरह से मच्छर में बदल जाता है।